देश में पिछले कई दिनों से महंगाई और नेशनल हेराल्ड का मुद्दा गर्म हो रहा है। कल ईडी ने हेराल्ड हाउस में स्थित यंग इंडिया के दफ्तर को सील कर दिया। उसके बाद कांग्रेस भड़क गई। इन दोनों मुद्दों को लेकर लोकसभा में आज चर्चा चल रही थी, उस दौरान कांग्रेस के सदस्यों के हंगामे और तख्तियां दिखाने के कारण सदन की कार्यवाही आरंभ होने के करीब 35 मिनट बाद अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
दरअसल, सदन की कार्यवाही आरंभ होने के साथ ही कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य ईडी की कार्रवाई तथा कई खाद्य वस्तुओं को जीएसटी दायरे में लाए जाने के खिलाफ नारेबाजी करने लगे और आसन के निकट पहुंच गए। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि अगर विपक्षी सदस्य अपने स्थान पर जाते हैं और सदन चलने देते हैं तो 12 बजे के बाद उन्हें अपनी बात रखने का अवसर दिया जाएगा।
कांग्रेस ने सदन में जारी रखी नारेबाजी
हालांकि, कांग्रेस के सदस्यों ने तत्काल अपना विषय उठाने पर जोर दिया और उन्होंने नारेबाजी जारी रखी। सदन में नारेबाजी के बीच ही बिरला ने प्रश्नकाल शुरू कराया। हंगामे के बीच सड़क परिवहन मंत्रालय, ऊर्जा मंत्रालय और नागर विमानन मंत्रालय से जुड़े पूरक प्रश्न पूछे गए और संबंधित मंत्रियों ने उनके जवाब दिए।
सदन में कांग्रेस ने लगाए ईडी सरकार हाय-हाय के नारे
गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को दिल्ली में ‘नेशनल हेराल्ड’ कार्यालय में ‘यंग इंडियन’ कंपनी के परिसर को ‘अस्थायी रूप से सील’ कर दिया था। कांग्रेस ने सरकार पर ईडी के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। कांग्रेस सदस्यों ने इसी विषय को लेकर लोकसभा में ‘दादागिरी नहीं चलेगी, तानाशाही नहीं चलेगी, ईडी सरकार हाय-हाय’ के नारे लगाए।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने दिखाई सबसे पहले तख्ती
कांग्रेस के कुछ सदस्यों ने आसन के निकट खड़े होकर जैसे ही तख्तियां दिखाईं, वैसे ही लोकसभा अध्यक्ष ने 11 बजकर करीब 35 मिनट पर सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। सबसे पहले लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सबसे पहले तख्ती दिखाई और उसके बाद कुछ अन्य सदरूय भी सदन में तख्तियां लेकर आ गए। पिछले सप्ताह जब सदन में कांग्रेस के चार सदस्यों का निलंबन वापस लिया गया था तो उस समय बिरला ने कहा था कि सदस्य आसन निकट तख्तियां लेकर नहीं आएंगे।