चीन के सहयोग से पुनः अनुच्छेद 370 की बहाली पर बयान देकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेकां प्रमुख फारूक अब्दुल्ला विवादों में घिर गए है। उनके इस बयान पर बीजेपी की कड़ी प्रतिक्रिया के एक दिन बाद कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने अब्दुल्ला को घेरा है। सिंघवी ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला का बयान बेहद गैर जिम्मेदाराना और निंदनीय है।
मंगलवार को ट्विटर पर सिंघवी ने ट्वीट करते हुए लिखा, राजनीतिक विचारधारा, मतभेद, मनभेद सब अपनी जगह हैं लेकिन उस वक्त जब चीन हमारी सरहदों पर नापाक इरादों के साथ तैनात है, तब फारूक अब्दुल्ला का चीन के पक्ष में बयान न केवल बेहद गैर जिम्मेदाराना है बल्कि निंदनीय भी।
राजनीतिक विचारधारा,मतभेद,मनभेद सब अपनी जगह हैं लेकिन उस वक्त जब चीन हमारी सरहदों पर नापाक इरादों के साथ तैनात है,तब #FarooqAbdullah का चीन के पक्ष में बयान न केवल बेहद गैर जिम्मेदाराना है बल्कि निंदनीय भी |
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) October 13, 2020
वहीं नेकां का कहना है कि बीजेपी ने फारूक अब्दुल्ला के बयान को तोड़ मरोड़ कर गलत तरीके से पेश किया है। हालांकि इस पूरे विवाद पर अब्दुल्ला की ओर से अभी तक कोई बयान सामने नहीं आया है। अब्दुल्ला के इस बयान को बीजेपी ने देशद्रोही बताते हुए कहा, पाकिस्तान और चीन को लेकर जिस प्रकार की नरमी और भारत को लेकर जिस प्रकार की बेशर्मी इनके मन में है, ये बातें अपने आप में बहुत सारे प्रश्न खड़े करती हैं।
दरअसल, भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख सीमा को लेकर विवाद चल रहे विवाद के बीच जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने विवादित बयान देते हुए कहा कि चीन के समर्थन से जम्मू-कश्मीर में फिर से अनुच्छेद 370 को लागू किया जाएगा।