संसद के मानसून सत्र के शुरू होते ही कांग्रेस सांसदों ने भीड़ की हिंसा मुद्दे पर जमकर हंगामा किया। कांग्रेस ने मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर हल्ला बोल दिया। कांग्रेस के कई सांसदों ने लोकसभा स्पीकर पर कागज भी उछाले। जिसके बाद अनंत कुमार ने कहा कि कांग्रेस सांसदों के द्वारा इस तरह की हरकत शर्मनाक है। इसके बावजूद भी कांग्रेस नेता लगातार हंगामा करते रहे। इस दौरान राहुल गांधी और सोनिया गांधी भी मौजूद रहे।
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि भीड़ के हमले से हत्या के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएम ने तीन बार इस मुद्दे पर कहा है, लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ है जबतक एक्शन नहीं होगा, ये घटनाएं नहीं रुकेंगी। साथ ही खड़गे ने सदन में मॉब लिंचिंग और दलितों पर हो रही हिंसा के मुद्दे पर चर्चा करने को कहा।
वही, अनंत कुमार ने कहा कि पूरे देश के लिए गाय मां जैसी है, हम सभी को गाय की रक्षा करनी चाहिए. गाय की रक्षा करना हमें संविधान भी सिखाता है, लेकिन गाय के नाम पर कोई भी हिंसा नहीं सही जाएगी। मीनाक्षी लेखी ने लोकसभा में बोफार्स मामले का मुद्दा उठाया। मीनाक्षी ने कहा कि कांग्रेस वाले कहेंगे कि इस तरह से गढ़े-मुर्दे नहीं उखाड़ना चाहिए, लेकिन जबतक गढ़े-मुर्दे मुद्दे अच्छी तरह से दफन ना हो तो वे भूत-पिशाच बनकर घूमते हैं।
राज्यसभा में चर्चा के दौरान कांग्रेस के नेता आनंद शर्मा ने पीएम मोदी और इजरायल के पीएम नेतन्याहू की प्राइवेट बात का मसला उठाया।उन्होंने कहा कि पीएम ने नेतन्याहू से फिलीस्तीन ना जाने की बात कही, जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि आपसे मुझे टेक्नॉलोजी नहीं मिलेगी, फिलिस्तीन से क्या मिलेगा।
वहीं सपा नेता रेवती रमन सिंह ने सदन में रेलवे में खराब खाने की क्वालिटी का मुद्दा उठाया। हाल ही में कैग की रिपोर्ट में ये मुद्दा सामने आया था। मनोनित सांसद केटी तुलसी ने राज्यसभा में एच 1बी वीजा का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने इस मुद्दे के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अपनी मुलाकात में कोई बात नहीं की। उन्होंने कहा कि इससे भारतीय आईटी प्रोफेशनल पर काफी फर्क पड़ रहा है।