देश में सबसे बड़ी निजीकरण पहल के तहत केंद्र सरकार ने दूसरी सबसे बड़ी तेल रिफाइनरी कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) में अपनी पूरी 52.98 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए बोलियां आमंत्रित की है। वहीं कांग्रेस ने सरकार के इस फैसले पर सवाल खड़े करते हुए निशाना साधा है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मैं देश नहीं बिकने दूंगा। तो फिर लाभ कमाती बीपीसीएल की बिक्री क्यों ? बीपीसीएल ने दिसंबर में 2051.53 करोड़ रुपये का मुनाफ़ा सरकार को दिया।’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘ मोदी सरकार ने बीपीसीएल में अपनी 53 फीसदी की सारी हिस्सेदारी बेचने के लिये निविदा मांगी हैं। क्या यह भी क्रोनी पूंजीवादी मित्रों से किया चुनावी वादा है?’’
तो लाभ कमाती BPCL की बिक्री क्यों ?
BPCL ने दिसंबर में ₹2051.53 CR मुनाफ़ा सरकार को दिया ।
दूसरी और मोदी सरकार ने BPCL में अपनी 53% की सारी हिस्सेदारी बेचने के लिये निविदा माँगी हैं।
क्या यह भी क्रोनी पूँजीवादी मित्रों से किया चुनावी वादा है? pic.twitter.com/B8sn7aNzn8
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 8, 2020
गौरतलब है की सरकार ने देश में सबसे बड़ी निजीकरण पहल के तहत शनिवार को दूसरी सबसे बड़ी तेल रिफाइनरी कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) में अपनी पूरी 52.98 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए बोलियां आमंत्रित की। निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (डीआईपीएएम) के बोली दस्तावेज के मुताबिक बीपीसीएल की रणनीतिक बिक्री के लिए दो मई तक रुचि पत्र सौंपे जा सकते हैं।