कांग्रेस ने जाति आधारित गणना के मुद्दे पर रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुप्पी पर निशाना साधा और सवाल किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्य सामाजिक न्याय और अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए इसे क्यों नहीं करा रहे हैं।राजस्थान की कांग्रेस नीत सरकार द्वारा जाति आधारित गणना कराने के लिए एक सरकारी आदेश जारी किये जाने के एक दिन बाद पार्टी की यह टिप्पणी आई है।
राजस्थान सरकार ने जाति आधारित गणना कराने का निर्णय किया- जयराम
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि जब 'भारत जोड़ो यात्रा' राजस्थान में थी, तब पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी नेता ने कई समुदायों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी और उसी वक्त अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के प्रतिनिधि मंडलों ने जाति आधारित गणना कराने की मांग की थी।रमेश ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा,''राहुल गांधी ने उनकी बातों को बहुत गंभीरता से लिया। उनकी भावनाओं के अनुरूप अब राजस्थान सरकार ने जाति आधारित गणना कराने का निर्णय किया है। यह स्वागत योग्य कदम है।''
जाति आधारित गणना के मुद्दे पर चुप क्यों है नरेन्द्र मोदी
कांग्रेस नेता ने कहा,''इससे विशेष रूप से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए नीतियां बनाने में मदद मिलेगी। सामाजिक न्याय सुनिश्चित करना और लोगों को उनकी आबादी के अनुसार अधिकार देना भी बहुत महत्वपूर्ण है।''रमेश ने कहा,''प्रश्न यह है कि किसी भी भाजपा शासित राज्य में ऐसा कोई कदम क्यों नहीं उठाया जा रहा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जाति आधारित गणना के मुद्दे पर चुप क्यों हैं।''
चुनाव कार्यक्रम की घोषणा जल्द होने की उम्मीद
कांग्रेस देश भर में जाति आधारित गणना कराने की मांग कर रही है और इसे चुनावी मुद्दा बना रही है।बिहार के बाद जाति सर्वेक्षण कराने वाला राजस्थान देश का दूसरा राज्य होगा। राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं और चुनाव कार्यक्रम की घोषणा जल्द होने की उम्मीद है।