कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मणिपुर में असम रायफल्स के काफिले पर हुए आतंकी हमले को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने इस हमले की निंदा करते हुए ट्विटर पर कहा कि एक बार फिर ये साबित हो गया है कि मोदी सरकार देश की रक्षा करने में सक्षम नहीं है।
राहुल गांधी का ट्वीट
मणिपुर में सेना के क़ाफ़िले पर हुए आतंकी हमले से एक बार फिर साबित होता है कि मोदी सरकार राष्ट्र की सुरक्षा करने में असमर्थ है।
शहीदों को मेरी श्रद्धांजलि व उनके परिवारजनों को शोक संवेदनाएँ। देश आपके बलिदान को याद रखेगा।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 13, 2021
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी एक ट्वीट में कहा, “मणिपुर में सेना के काफिले पर आतंकवादी हमला एक बार फिर साबित करता है कि मोदी सरकार राष्ट्र की रक्षा करने में सक्षम नहीं है। शहीदों के प्रति मेरी संवेदना और उनके परिवारों के प्रति संवेदना है। राष्ट्र आपके बलिदान को याद रखेगा।”
असम राइफल्स की खुगा बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और बेटे के अलावा अर्धसैनिक बल के चार जवान शनिवार सुबह मणिपुर में घात लगाकर किए गए हमले में मारे गए।
गहलोत का ट्वीट
Strongly condemn the cowardly attack on Assam Rifles convoy in Churachandpur, #Manipur in which 5 brave personnel and two family members lost their lives. Salute their martyrdom and extend sincere condolences to the bereaved families.
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 13, 2021
अशोक गहलोत और जयराम रमेश सहित अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी हमले की निंदा की और इसके पीछे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्विटर पर कहा, “मणिपुर के चुराचांदपुर में असम राइफल्स के काफिले पर कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा करता हूं, जिसमें पांच बहादुर जवानों और परिवार के दो सदस्यों की जान चली गई। उनकी शहादत को सलाम और शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।” पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा, “यह घटना पूरी तरह से चौंकाने वाली और गहरा दुखद प्रकट करती है। उम्मीद है कि जिम्मेदार लोगों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।”
बता दें कि कर्नल विप्लव त्रिपाठी के काफिले को चुराचांदपुर जिले के सेहकन गांव में पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कंगलीपाक के उग्रवादियों ने निशाना बनाया। ये मणिपुर में एक उग्रवादी समूह है, जो एक अलग राज्य की मांग कर रहा है।