भोपाल : प्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कर्नाटक में टिकट वितरण के लिए अपनाए गए फार्मूला को मध्यप्रदेश में भी लागू करने की तैयारी कर रही है। इसके लिए कर्नाटक चुनाव परिणामों का इंतजार किया जा रहा है। इस फार्मूला के तहत 60 फीसदी पुराने और 40 फीसदी नए युवा लोगों को टिकट दिए जाएंगे। नए लोगों में वे नेता शामिल होंगे जिनकी उम्र 45 से 50 वर्ष के आसपास होगी।
इसको लेकर पार्टी के रणनीतिकारों ने काम शुरू कर दिया है। दरअसल राहुल गांधी ने अधिक से अधिक युवाओं को पार्टी से जोडऩे की तैयारी शुरू की है। इसी के तहत 40 फीसदी टिकट युवाओं को दिए जाने का तय किया गया है। इसके साथ ही पार्टी ने तय किया है कि टिकट वितरण के दौरान बीते चुनाव में 1000 से लेकर 5000 तक मतों के अंतर से हारने वाले नेताओं की मौजूदा समय में जमीनी पकड़ और उनका प्रभाव भी देखा जाएगा।
इस पर अगर वह खरे उतरते दिखे तब ही उन्हें टिकट दिया जाएगा। पदाधिकारी हो सकते हैं निराश: प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि संगठन में जिम्मेदारी संभाले नेताओं को टिकट नहीं दिया जाएगा। इसके बाद भी कई पदाधिकारी चुनाव लडऩे की तैयारी में हैं। जिला और शहर कांग्रेस अध्यक्ष यदि चुनाव लडऩा चाहते हैं तो इन्हें भी पद छोडऩे होंगे।
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