भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए सोमवार को टिकटॉक, वीचैट, यूसी ब्राउजर जैसे 59 चीनी एप पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। भारत सरकार ने यह फैसला पूर्वी लद्दाख में बीते दिनों चीन और भारत की सेना के बीच हुए हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद उपजे तनाव के बीच लिया है।
कांग्रेस ने भारत सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि केंद्र को और प्रभावशाली कदम उठाने चाहिए। इससे पहले भारत ने लोकप्रिय टिकटॉक सहित 59 चीनी ऐप पर रोक लगाते हुए कहा कि ये देश की संप्रभुता, अखंडता और सुरक्षा के प्रति पूर्वाग्रही हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने कहा कि चीन की सेना द्वारा भारतीय सेना पर हमले की पृष्ठभूमि में यह स्वागत योग्य फैसला है।
We welcome the decision to ban Chinese apps.
In light of the grave intrusion of our territory & the unprovoked attack on our armed forces by the Chinese army, we expect our government to take more substantial & effective measures
— Ahmed Patel (@ahmedpatel) June 29, 2020
पटेल ने ट्विटर पर कहा, ‘‘हम चीनी ऐप को प्रतिबंधित करने के फैसले का स्वागत करते हैं। हमारे क्षेत्र में घुसपैठ और चीनी सेना द्वारा हमारे सशस्त्र बलों पर अकारण हमले के मद्देनजर, हम उम्मीद करते हैं कि सरकार और अधिक प्रभावी कदम उठाएगी।’’ कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, ‘‘चीनी ऐप पर रोक लगाना अच्छा विचार है, लेकिन चीनी दूरसंचार और अन्य कंपनियों से पीएम केयर्स कोष में मिले पैसों का क्या? अच्छा विचार है या बुरा।’’