कांग्रेस पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में छह दोषियों की समय से पहले रिहाई के फैसले के खिलाफ जल्द ही उच्चतम न्यायालय में नया पुनर्विचार आवेदन दायर करेगी। पार्टी सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
केंद्र सरकार पहले ही इस मामले में पुनर्विचार याचिका दायर कर चुकी है। केंद्र की ओर से मामले में दोषियों को रिहा करने के फैसले पर पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई है। याचिका में कहा गया है कि पूर्व पीएम की हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट को केंद्र सरकार को भी सुनना चाहिए था।
सजा में छूट की सिफारिश के आधार पर यह आदेश दिया
दोषियों की रिहाई के 10 दिन बाद कांग्रेस सूत्रों ने कहा, राजीव गांधी हत्याकांड के छह दोषियों की रिहाई के फैसले को चुनौती देते हुए जल्द ही उच्चतम न्यायालय में नया पुनर्विचार आवेदन दायर किया जाएगा। शीर्ष अदालत ने 11 नवंबर को नलिनी श्रीहरन सहित छह दोषियों को समय से पहले रिहा करने का आदेश दिया था। न्यायालय ने तमिलनाडु सरकार द्वारा अपराधियों की सजा में छूट की सिफारिश के आधार पर यह आदेश दिया था।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी एक आरोपी से मुलाकात की
न्यायालय के आदेश के बाद नलिनी के अलावा आर पी रविचंद्रन, संथन, मुरुगन, रॉबर्ट पायस और जयकुमार जेल से बाहर आ गए थे। वहीं, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चारों दोषियों की फांसी की सजा कम करने का समर्थन किया। पूर्व पीएम की बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी एक आरोपी से मुलाकात की और उसे माफ कर दिया। हालांकि, पार्टी नेतृत्व ने गांधी परिवार से असहमति जताई और कड़ी प्रतिक्रिया दी।