CJI दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग लाने की तैयारी कर रही कांग्रेस अब इससे पीछे हटती दिखाई दे रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि कांग्रेस अब ऐसा कुछ नहीं करेगी। बता दें कि पिछले कुछ समय से ऐसी अटकलें चल रही थीं कि कांग्रेस अन्य विपक्ष पार्टियों के साथ मिलकर महाभियोग लाने की तैयारी कर रही है। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अब ये मुद्दा बंद हो गया है, हमने लोकसभा में कभी इस बात को नहीं उठाया।
उन्होंने कहा कि हालांकि इस बात को लेकर राज्यसभा में चर्चाएं थीं, लेकिन अब वहां पर भी ऐसा नहीं हो रहा है। हमने लोकसभा में इस तरह की कोशिश नहीं की थी। गौरतलब है कि ऐसी खबरें थीं कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद ने करीब 60 सांसदों का समर्थन हासिल कर लिया था, जिसके साथ वे चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग लाने की तैयारी कर रहे थे। इनमें कांग्रेस के अलावा लेफ्ट, सपा, बसपा, एनसीपी जैसी पार्टियां शामिल थी।
हालांकि, इस प्रस्ताव की शुरुआत होने के साथ ही ये मुद्दा दब गया। सूत्रों के मुताबिक पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य अहमद पटेल चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाए जाने के पक्ष में नहीं हैं और उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अपनी इस राय से अवगत भी करा दिया है। कांग्रेस ऐसा कोई भी कदम उठाने से पहले उससे जुड़े तमाम सियासी नफा-नुकसान पर गौर कर रही है। कांग्रेस के कुछ नेताओं को लगता है कि चुनावी साल में पार्टी के इस तरह के कदम को बीजेपी राम मंदिर विरोधी और हिन्दू विरोधी करार देकर फायदा उठाने की कोशिश कर सकती है।
वहीं कांग्रेस लीगल सेल के प्रमुख और सांसद विवेक तनखा ने भी कहा है कि महाभियोग को लेकर पार्टी ने अभी कोई फैसला नहीं किया है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ न्यायाधीशों द्वारा न्यायमूर्ति मिश्रा पर महत्वपूर्ण मुकदमों की सुनवाई अपनी पसंद के जुनियर न्यायाधीशों को सौंपने का आरोप लगाया था। जनवरी में सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा था कि मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ संसद के बजट सत्र में महाभियोग प्रस्ताव लाने की संभावनाओं पर विपक्षी दलों के साथ विचार विर्मर्श चल रहा है।
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