देश को उसकी 15वी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के रूप में मिल गई हैं। कई सांसदों और विधायकों ने चुनाव में क्रॉस वोटिंग की हैं, जिस वजह से मुर्मू ने जीत हासिल की। लेकिन अब कांग्रेस अपने उन विधायकों पर एक्शन लेने वाला हैं, जिसने क्रॉस वोटिंग की हैं। दरअसल, गुजरात में कांग्रेस पार्टी के कम से कम सात विधायकों ने राष्ट्रपति चुनाव में राजग की द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में कथित तौर पर क्रॉस वोटिंग की है।
वही, राज्य से 121 वोट हासिल करने वाली मुर्मू को बीजेपी से 111, राकांपा से 1 , भारतीय ट्राइबल पार्टी से 2 और कांग्रेस की ओर से 7 वोट मिले हैं। जबकि, विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा, जिन्होंने 64 वोट हासिल किए। उन्हें कांग्रेस से 63 और निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी का एक वोट मिला।
कांग्रेस रखेगी विधायकों पर नजर
कांग्रेस पार्टी के सूत्रों का अनुमान है कि पाटीदार विधायक समेत एक या दो आदिवासी विधायकों ने मुर्मू को वोट दिया होगा। विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुखराम राठवा ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में, न तो पार्टी व्हिप जारी कर सकती है और न ही विधायकों को मतदान के बाद अपना मतपत्र दिखाना पड़ता है, इसलिए यह पता लगाना मुश्किल होगा कि पार्टी के खिलाफ कौन गया।
हालाँकि, उन्होंने यह भी कहा कि अब पार्टी अपने विधायकों पर नजर रखेगी और उनकी पहचान करेगी। उन्होंने कहा, ‘इन विधायकों के खिलाफ कार्रवाई का फैसला करने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और एआईसीसी नेताओं के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी।’