लोकसभा चुनाव में करारी हार के कारणों पर मंथन करने के लिए कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक शनिवार को आरंभ हो गई। ऐसी खबरें हैं कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी इस बैठक में अपने इस्तीफे की पेशकश कर सकते हैं। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन अटकलों को अफवाह करार दिया है।
बैठक के बारे में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘सीडब्ल्यूसी की बैठक में मुख्य रूप से हार के कारणों पर विचार किया जाएगा। इस बारे में भी चर्चा होगी कि पार्टी को किस तरह से मजबूत किया जा सकता है।’’ इस बैठक में राहुल गांधी के अलावा संप्रग प्रमुख सोनिया गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और कार्यसमिति के अन्य सदस्य शामिल हैं।
राहुल गांधी ही कांग्रेस को सही दिशा दे सकते हैं : अविनाश पांडे
कांग्रेस कार्य समिति की बैठक से पहले कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे ने शनिवार को कहा कि राहुल गांधी ही पार्टी को सही नेतृत्व दे सकते हैं। उनका यह बयान उस वक्त आया है जब इस तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि गांधी सीडब्ल्यूसी की बैठक में अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश कर सकते हैं।
इन अटकलों के बारे में पूछे जाने पर अविनाश पांडे ने से कहा, ”कांग्रेस के नेतृत्व को अगर कोई सही दिशा दे सकता है तो वो राहुल गांधी हैं। उनके नेतृत्व में ही पार्टी के सभी लोग आगे संघर्ष करने के लिए तैयार हैं।” उन्होंने कहा, ”राहुल जी ने अग्रिम पंक्ति में रहकर एक विपक्षी नेता की सशक्त भूमिका निभाई है।
उन्होंने जो दिन-रात मेहनत की है, उसका मकसद सिर्फ कांग्रेस को मजबूत करना नहीं, बल्कि संवैधानिक संस्थाओं को बचाना भी है।” अविनाश पांडे ने आरोप लगाया कि भाजपा असल मुद्दों से ध्यान भटकाते हुए चुनाव को भावनात्मक मुद्दों की ओर ले गई।
उन्होंने कहा, ”भाजपा ने चुनाव को राष्ट्रपति प्रणाली वाला बनाया। निश्चित तौर पर परिणाम हमारी अपेक्षा के विपरीत हैं। इसका देश की राजनीति और कांग्रेस पर क्या असर होगा , इस पर चिंतन करने की जरूरत है।”
गौरतलब है कि कांग्रेस को इस लोकसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा है। वह 52 सीटों पर सिमट गई है। 2014 के चुनाव में 44 सीटें जीतने वाली पार्टी को इस बार बेहतर की उम्मीद थी, लेकिन उसकी उम्मीदों पर पानी फिर गया।