पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के पास चीन के दूसरा पुल बनाने को लेकर कांग्रेस फिर से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है। कांग्रेस ने केन्द्र पर देश को अंधेरे में रखने का आरोप लगाते हुए विदेश मंत्रालय के बयान पर स्पष्टीकरण देने की मांग की है।
पैंगोंग झील पर चीन द्वारा दूसरे पुल के निर्माण
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता कर कहा कि भारत सरकार इस बात पर स्पष्टीकरण दे की गुरुवार को विदेश मंत्रालय ने ये क्यों कहा की हम ये महसूस करते हैं की चीन ने हमारे इलाके पर कब्जा कर रखा है।उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा सरकार के सारे मंत्री और अधिकारी सिर्फ प्रधानमंत्री की नकली छवि को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। पैंगोंग झील पर चीन द्वारा दूसरे पुल के निर्माण पर विदेश मंत्रालय का बयान विरोधाभाषी दिख रहा है। अगर विदेश मंत्रालय को सही पता नहीं तो रक्षा मंत्रालय स्थिति को स्पष्ट क्यों नहीं करता, आखिर देश को अंधेरे में क्यों रखा जा रहा है?
विदेश मंत्रालय की ओर से यह टिप्पणी...
जानकारी के मुताबिक उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल पूछा कि क्या यह सही नहीं है कि चीन पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग झील वाले जिस इलाके में पुल का निर्माण कर रहा है उसे नई दिल्ली दशकों से चीन द्वारा अनाधिकृत कब्जे वाला क्षेत्र मानता है। क्या ऐसे में विदेश मंत्रालय की ओर से यह टिप्पणी आना कि जिस क्षेत्र का उल्लेख किया गया है उस क्षेत्र के बारे में हमने हमेशा महसूस किया है कि इस क्षेत्र पर चीन ने कब्जा कर लिया है, क्या ये असमंजस की स्थिति नहीं पैदा करता है। जहां हमारी वीर सेना दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देती है, वहां ऐसी ढुल-मूल टिप्पणी देश के हौसले का मजाक उड़ाती है।
पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के पास चीन के दूसरा पुल बनाने की खबरें आने के एक दिन बाद विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि खबरों के अनुसार जिस स्थान पर निर्माण कार्य किया जा रहा है, वह क्षेत्र दशकों से उस देश के कब्जे में है और भारत ऐसे घटनाक्रम पर लगातार नजर रख रहा है।