रायपुर : छत्तीसगढ़ में पिछले एक साल में 9 आईएएस, आईपीएस और राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसरों को बर्खास्त किया गया है। मुख्यमंत्री रमन सिंह ने आज इसकी जानकारी छत्तीसगढ़ विधानसभा में दी। निर्दलीय विधायक विमल चोपड़ा के सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सदन को बताया कि इसी साल 9 अगस्त को भारत सरकार के निर्देश पर दो आईएएस अफसर 1986 बैच के अजय पाल सिंह और 1988 बैच के बीएल अग्रवाल को फोर्सली रिटायरमेंट दी गयी है।
जबकि बर्खास्त किये गये तीन आईपीएस अफसरों पर जबरिया रिटायरमेंट की कार्रवाई की गयी है। तीन अफसरों में राजकुमार देवांगन के अलावे केसी अग्रवाल और एएम जूरी शामिल हैं। इन सभी पर अलग-अलग प्रकरणों में गंभीर आरोप थे। भारतीय प्रशासनिक सेवा और पुलिस सेवा के अफसरों पर कार्रवाई भारत सरकार के निर्देश पर की गयी है। पांच आईएएस अफसरों के अलावा इस साल चार राज्य प्रशासनिक सेवा के चार अफसरों को सरकार ने फोर्सली रिटायरमेंट दी है।
राज्य प्रशासनिक सेवा के केपी देवांगन और डा संतोष देवांगन को जबरन रिटायर किया गया। दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप थे। केपी देवांगन को मनरेगा में लाखों के घोटाले के आरोप में और संतोष देवांगन को कोर्ट से दी गयी सजा के बाद बर्खास्त किया गया है। वहीं छह सितंबर को दो और राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसरों को बर्खास्त किया गया। सितंबर महीने सरकार की तरफ से जारी आदेश में अलग-अलग आरोपों में घिरे रहने वाले दो अफसर जीसी नाहटा और ओम प्रकाश वर्मा को बर्खास्त कर दिया गये।
देश और दुनिया का हाल जानने के लिए जुड़े रहे पंजाब केसरी के साथ