एक समय पर बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों के साथ एक मंच से हाथ लहराने वालीं ममता बनर्जी अब कांग्रेस को किनारे लगाने में जुटी हुई हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इन तल्खियों का कारण केवल एक है कि विपक्ष का नेतृत्व करने वाला कौन है।
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शुक्रवार को कहा, कांग्रेस-कांग्रेस में हिट एंड रन केस का खेल हो रहा है। एक तरफ त्रिमूर्ति कांग्रेस है और दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस है। इसका कारण केवल एक है कि विपक्ष का चौधरी कौन है। इससे ज्यादा ये कुछ नहीं है।
विपक्ष का नेतृत्व करने को लेकर गंभीर ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी मुंबई यात्रा के दौरान यूपीए सरकार और राहुल गांधी के विदेश दौरों पर कटाक्ष किया। ममता के इन तेवरों से स्पष्ट हो गया कि वह खुद को विपक्ष के नेतृत्व में बीजेपी का विकल्प तैयार करने को लेकर गंभीर हैं। हालांकि ममता के यह प्रयास रंग लाएंगे या नहीं लेकिन कांग्रेस का अब चिंतित होने जरुरी है।
राहुल के विदेशी दौरों पर ममता का तंज
दरअसल, ममता बनर्जी ने कांग्रेस का नाम लिया बिना कहा कि ‘‘अब यूपीए जैसा कुछ नहीं है’’ और ‘ज्यादातर समय’ विदेश में रह कर कोई कुछ भी हासिल नहीं कर सकता है, इसीलिए हमें कई दूसरे राज्यों में जाना पड़ा। उन्होंने कहा कि देश में फासिज्म चल रहा है इसलिए एक वैकल्पिक ताकत बननी चाहिए। अकेले रहने से नहीं होगा।
कांग्रेस के विपक्ष का नेतृत्व करने की क्षमता पर उठा सवाल
ममता बनर्जी के बाद चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के विपक्ष का नेतृत्व करने की क्षमता पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस पिछले 10 साल में 90% चुनाव हार चुकी है, ऐसे में पार्टी का मुख्य विपक्षी दल बनकर नेतृत्व करना कांग्रेस का दैवीय अधिकार नहीं हो सकता।