हिन्दू धर्म और हिन्दुत्व के बीच उठे विवाद के बीच राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रवक्ता मनोज झा ने हिन्दुत्व को तालाब और हिन्दू धर्म को महासागर बताया है। दरअसल हिंदूधर्म और हिंदुत्व की व्याख्या राजनीतिक पार्टियां अपने हिसाब से ही करती आई हैं।
अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी हिंदुत्व और हिंदू धर्म के बीच अंतर करार दिया
हाल ही में पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब सनराइज ओवर अयोध्या में हिंदुत्व की तुलना एक कट्टरपंथी आतंकी संगठन से की है। उन्होंने आतंकी संगठन बोको हरम नरसंहार और उसकी क्रूरता को हिंदुत्व से जोड़ा है। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी हिंदुत्व और हिंदू धर्म के बीच अंतर करार दिया है। उन्होंने कहा था, हिंदू धर्म और हिंदुत्व में फर्क है, क्योंकि अगर फर्क नहीं होता तो नाम एक ही होता।
मैं नफा- नुकसान में नहीं जाना चाहता….
वहीं इस मसले पर आरजेडी से राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा, “जिस तरीके से सलमान खुर्शीद ने हिंदुत्व को लेकर लिखा है या राहुल गांधी ने हिंदू और हिंदुत्व को अलग-अलग बताया है। मैं नफा- नुकसान में नहीं जाना चाहता , इलेक्टोरल पॉलिटिक्स की बात नहीं करता। मैं आपको सीधे बताना चाहता हूं। 80 के दशक से पूर्व, गाहे-बगाहे ही हिंदुत्व शब्द का प्रयोग होता था। हिंदू धर्म और हिंदुत्व एक नहीं है। ये हम ही नहीं केवल करोड़ों हिंदुस्तानी जानते हैं, कि हिंदुत्व एक पॉलिटिकल कॉकटेल है। एक राजनीतिक हथियार है।”
उन्होंने कहा, “हिंदू धर्म को अगर किसी राजनेता के माध्यम से हमने समझा तो वह बापू हैं। उनसे बड़ा कोई हिंदू नहीं, क्या बापू का हिंदू धर्म और यह जो आज बीजेपी और संघ के लोग का हिंदुत्व है। वह एक नहीं है, यह प्रश्न तो अब लोग भी पूछ रहे हैं कि क्यों नहीं है ? मेरी सिर्फ इतनी ही टिप्पणी है हिंदुत्व को, हिंदुइज्म मत बनाइए, हिंदुत्व तालाब है और हिंदू धर्म महासागर है। महासागर और तालाब एक नहीं हो सकते।”