भारतीय वायुसेना का Mi17 हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया। दुर्घटना में भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई। हादसे के कारणों को जानने के लिए हेलीकॉप्टर के ब्लैक बॉक्स और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर को बरामद कर लिया गया हैहै। ब्लैक बॉक्स और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर की जांच के बाद ही हादसे के असल कारणों का पता चल पाएगा।
विंग कमांडर आर. भारद्वाज के नेतृत्व में वायु सेना के अधिकारियों की 25 विशेष टीम ने ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया है और फोरेंसिक टीम जांच शुरू करेगी।तलाशी का दायरा बढ़ाते हुए सेना की टीम सुबह से ही तलाशी अभियान चला रही थी।
क्या होता है ब्लैक बॉक्स
ब्लैक बॉक्स हेलीकॉप्टर की अंतिम उड़ान स्थिति और अन्य पहलुओं के बारे में डेटा बता सकता है। भले ही इसे ब्लैक बॉक्स कहा जाता है, लेकिन उड़ान डेटा रिकॉर्डर को चमकीले नारंगी रंग में रंगा जाता है और यह उड़ान डेटा और कॉकपिट में होने वालीं बातचीत को रिकॉर्ड करता है।
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हेलिकॉप्टर के अवशेषों की आगे की फोरेंसिक जांच से यह भी पता चल सकता है कि क्या दुर्घटना के बाहरी कारण थे। इसके अलावा, ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, वेलिंगटन, तमिलनाडु में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में डायरेक्टिंग स्टाफ भी उड़ान के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी प्रदान कर सकते हैं।
करीब 80 फीसदी जलने के बाद सिंह का वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है। बुधवार को, जनरल रावत और उनकी पत्नी सहित 14 लोगों के साथ भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने सुलूर हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी, जो कुन्नूर में उतरने से कुछ मिनट पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया।