देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा जारी है। पिछले 24 घंटे में 11 हजार 502 नए मामले आने के बाद कुल संक्रमितों का आंकड़ा 3 लाख 32 हजार 424 पहुंच गया है। इसके साथ ही 325 लोगों की मौत के साथ कोरोना से अब तक 9 हजार 520 लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत तीसरा देश है, जहां दैनिक आंकड़े 10 हजार के पार जा रहे है।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में 24 घंटे के भीतर कोरोना संक्रमण के 11,502 नए मामले सामने आए जबकि कोविड-19 की चपेट में आने से 325 और लोगों की मौत हुई। संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 3,32,424 तथा वायरस के कारण मरने वालों की संख्या 9,520 हो गई।
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देश में अभी कोरोना के 153106 एक्टिव मामले हैं। 169798 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। आईसीएमआर ने बताया है कि बीते एक दिन में 1,15,519 लोगों की कोरोना वायरस के लिए टेस्टिंग की गई है। भारत में कोविड-19 महामारी मध्य नवंबर में अपने चरम पर पहुंच सकती है, जिस दौरान ‘आईसीयू बेड’ और ‘वेंटिलेटर’ की कमी पड़ सकती है।
एक अध्ययन में यह दावा किया गया है। अध्ययन के मुताबिक लॉकडाउन के कारण कोविड-19 महामारी आठ हफ्ते देर से अपने चरम पर पहुंचेगी। आईसीएमआर द्वारा गठित ‘ऑपरेशंस रिसर्च ग्रुप’ के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए अध्ययन में कहा गया है कि लॉकडाउन ने महामारी के चरम पर पहुंचने को संभवत: 34 से 76 दिनों तक आगे बढ़ा दिया।
साथ ही, इसने संक्रमण के मामलों में 69 से 97 प्रतिशत तक कमी कर दी, जिससे स्वास्थ्य प्रणाली को संसाधन जुटाने एवं बुनियादी ढांचा मजबूत करने में मदद मिली। लॉकडाउन के बाद जन स्वास्थ्य उपायों को बढ़ाए जाने और इसके 60 प्रतिशत कारगर रहने की स्थिति में महामारी नवंबर के प्रथम सप्ताह तक अपने चरम पर पहुंच सकती है।