भारत ने कोरोना वायरस से प्रभावित वुहान शहर से रविवार को 323 भारतीयों और मालदीव के सात नागरिकों को निकाला। इसके साथ ही अब तक वहां से 654 लोगों को भारत लाया जा चुका है। एयर इंडिया ने अब तक नयी दिल्ली से वुहान के लिए दो बार उड़ान भरी है। चीन में कोरोना वायरस से अब तक 304 लोगों की मौत हो चुकी है और संक्रमण के 14,380 मामले सामने आ चुके हैं।
चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने ट्वीट किया, ‘‘एयर इंडिया की दूसरी उड़ान वुहान से 323 भारतीय और मालदीव के सात नागरिकों के साथ रवाना हुआ। चीन के विदेश मंत्रालय और हुबेई के स्थानीय अधिकारियों का एक बार फिर आभार।’’ उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘ मैं बीजिंग में भारतीय दूतावास, हुबेई प्रांत के स्थानीय अधिकारियों और यात्रियों का शुक्रिया अदा करता हूं जिन्होंने लगाातर करीब 96 घंटे तक चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में पेचीदा एयरलिफ्ट (लोगों को बाहर निकालने के कार्य) हमारे लिए किया।’’
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मिस्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘ हमारे दो अधिकारियों दीपक पद्मकुमार और एम बालाकृष्णन जो यात्रियों के साथ विमान में हैं, उनकी खास तौर पर तारीफ। उन्होंने कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित वुहान के ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर हवाई अड्डे से जुड़े प्रंबंधन की देखरेख में अनुकरणीय साहस और लोगों की सेवा का बड़ा जज्बा दिखाया है। आप दोनों को सलाम।’’
मिस्री ने बताया कि चार भारतीय दूसरे विमान में नहीं चढ़ सके क्योंकि उन्हें तेज बुखार था। वुहान से पहला विमान 324 यात्रियों के साथ शनिवार सुबह रवाना हुआ था। अधिकारियों ने बताया कि छह भारतीय पहले विमान में सवार नहीं हो सके थे क्योंकि उन्हें चीनी आव्रजन अधिकारियों ने तेज बुखार की वजह से रोक दिया था।
अधिकारियों ने बताया कि इन्हें अलग करके रखा जाएगा और इसकी जांच की जाएगी कि इनमें कोरोना वायरस के लक्षण हैं या नहीं। मिस्री ने बताया कि 25 अन्य लोग अपनी सहमति से वहां रूक गए। वहीं अब भी हुबेई प्रांत में 100 भारतीय हो सकते हैं।