कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रविवार को जनता कर्फ्यू लगाने का किये गए आह्वान को देश में भारी जनसमर्थन मिला और करोड़ों लोग घरों में ही रहे और केवल शाम पांच बजे कुछ समय के लिए शंख, ताली-थाली और घंटी बजाकर स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य आवश्यक लोगों की सेवा में लगे कर्मचारियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री ने इस समर्थन के लिए लोगों का आभार व्यक्त किया लेकिन साथ ही कहा कि यह लंबी लड़ाई की शुरुआत है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे कोरोना वायरस से संक्रमण का चक्र तोड़ने के लिए सामाजिक मेल मिलाप से दूरी का अनुपालन करें। बता दें कि अबक देश में कोरोना वायरस से करीब 360 लोग संक्रमित हो चुके हैं और सात लोगों की मौत हो चुकी है।
जनता कर्फ्यू के दौरान रविवार को कभी नहीं सोने वाली मुंबई हो या पटना या अहमदाबाद जैसे शहर पूरी तरह से थम गए। देश में सड़क, रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डे वीरान रहे और आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को छोड़ सभी प्रतिष्ठान सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक जनता कर्फ्यू के दौरान बंद रहे।
राष्ट्रीय राजधानी की सड़कें जो सामान्य दिनों में वाहनों के दवाब से जाम रहती हैं रविवार को वीरान रहीं और कुछ निजी वाहन और बसें दौड़ती दिखाई दीं। दिल्ली पुलिस ने घर से बाहर निकलने वाले लोगों को फूल देकर उन्हें घर में ही रहने की सलाह दी। कुछ इलाकों में पुलिस ने कोरोना वायरस के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए मास्क और सैनिटाइजर बांटे।
शाम को घड़ी की सुई के पांच बजने का इशारा करते ही चारों तरफ से ताली, शंखनाद, थाली और घंटी बजाने की आवाज आने लगी। लोग अपने-अपने घरों की बालकनी में चिकित्सा कर्मियों और अन्य आवश्यक सेवाओं में संलग्न लोगों का आभार व्यक्त करने के लिए इस अभियान में शामिल हुए।
प्रधानमंत्री की अपील पर महानगरों से लेकर गांवों तक बच्चे, बूढ़े, आम जन और खास सभी अपने घर की बालकनी, लॉन और छत पर आए और ताली, थाली और घंटी बजाकर आवश्यक सेवाओं में लगे कर्मचारियों का उत्साह बढ़ाया।
कई लोग पांच बजने से पहले ही प्लेट, बर्तन आदि बजाने के लिए अपने-अपने घरों की बालकनी आदि में पहुंच चुके थे जबकि कुछ ने शंखनाद किया जबकि कुछ लोगों ने फोन और म्यूजिक सिस्टम बजाए। कई जगहों पर पुलिस के साइरन भी सुनाई दिए।लोगों ने सोशल मीडिया के जरिये अपने-अपने इलाके में अभियान का उत्साह साझा किया।प्रधानमंत्री ने लोगों की इस भावना के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कोरोना वायरस की लड़ाई का नेतृत्व करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को देश ने एक मन होकर धन्यवाद अर्पित किया। देशवासियों का बहुत-बहुत आभार।’’
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘ ये धन्यवाद का नाद है, लेकिन साथ ही एक लंबी लड़ाई में विजय की शुरुआत का भी नाद है। आइए, इसी संकल्प के साथ, इसी संयम के साथ एक लंबी लड़ाई के लिए अपने आप को बंधनों (सामाजिक दूरी) में बांध लें।’’
मोदी कहा, ‘‘आज का जनता कर्फ्यू भले ही रात 9 बजे खत्म हो जाएगा, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम सेलिब्रेशन शुरू कर दें। इसको सफलता न मानें। यह एक लम्बी लड़ाई की शुरुआत है। आज देशवासियों ने बता दिया कि हम सक्षम हैं, निर्णय कर लें तो बड़ी से बड़ी चुनौती को एक होकर हरा सकते हैं।’’
उन्होंने लॉकडाउन वाले इलाकों में रहने वाले लोगों से अपील की कि वे अपने घरों से बाहर नहीं निकलें।शाम होने तक प्रशासन ने अभूतपूर्व पाबंदियों की घोषणा कर दी जिसमें पूरे देश में सभी अंतरराज्यीय बस सेवाएं, यात्री ट्रेन और मेट्रो पर रोक शामिल है। इसके साथ ही 18 राज्यों और चार केंद्र शासित प्रदेशों जहां कोरोना वायरस संक्रमण के मामले आए थे वहां के 80 जिलों में पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई।’