देश में कोरोना वायरस की रफ्तार फिलहाल थोड़ी मंद पड़ी है, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर का खतरा अभी भी लोगों पर मंडरा रहा है। तो वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि देश को तीसरी लहर के लिए भी तैयार रहना चाहिए। इसी बीच केंद्र सरकार ने एक बड़ा दावा करते हुए सबको हैरान कर दिया।
सरकार के अनुसार, देश के आम नागरिकों की भांति सशस्त्र बलों के कर्मी भी खासी संख्या में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए और सरकार ने सोमवार को बताया कि कोविड-19 बीमारी के कारण अब तक तीनों सेनाओं के 184 जवानों की मौत हो चुकी है।
रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि थलसेना में कोरोना वायरस से संक्रमण के 42,527 मामले सामने आए जबकि 133 कर्मियों की इसके कारण मौत हो गयी। भट्ट ने बताया कि नौसेना में 6688 कर्मी इस घातक वायरस से संक्रमित हुए जबकि चार सदस्यों की मौत हो गयी वहीं वायुसेना में 13,249 कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए और 47 कर्मियों की मौत हो गयी।
उन्होंने बताया कि मौजूदा नियमों के तहत तीनों सेनाओं के कर्मियों को सेवा के दौरान संक्रमित रोग से मृत्यु होने पर विशेष मुआवजा नहीं दिया जाता। हालांकि सेवा के दौरान मृत्यु के ऐसे सभी मामलों में सेवानिवृत्ति पर मिलने वाले विभिन्न लाभ दिए जाते हैं।
रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि थलसेना में कोरोना वायरस से संक्रमण के 42,527 मामले सामने आए जबकि 133 कर्मियों की इसके कारण मौत हो गयी। भट्ट ने बताया कि नौसेना में 6688 कर्मी इस घातक वायरस से संक्रमित हुए जबकि चार सदस्यों की मौत हो गयी वहीं वायुसेना में 13,249 कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए और 47 कर्मियों की मौत हो गयी।
उन्होंने बताया कि मौजूदा नियमों के तहत तीनों सेनाओं के कर्मियों को सेवा के दौरान संक्रमित रोग से मृत्यु होने पर विशेष मुआवजा नहीं दिया जाता। हालांकि सेवा के दौरान मृत्यु के ऐसे सभी मामलों में सेवानिवृत्ति पर मिलने वाले विभिन्न लाभ दिए जाते हैं।