चीन के बाद अब भारत में भी कोरोना का असर दिखने लगा है। खतरे की घंटी बजते ही केंद्र सरकार सतर्क हो गई है। सरकार की पूरी कोशिश है कि देश में एक बार फिर से दूसरी लहर जैसे हालात ना पैदा हों। बता दें कि साल 2021 में जब कोरोना की दूसरी लहर भारत में आई थी तो देशभर में ऑक्सीजन की भारी किल्लत देखने को मिली थी। ऑक्सीजन की कमी की वजह से हजारों लोगों ने दम तोड़ दिया था। इस बार ऐसी स्थिति पैदा ना हो इसके लिए तैयारी शुरू हो चुकी है।
भारत में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बेहद धीमी
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को चिट्ठी लिखकर अलर्ट किया है कि अपने-अपने राज्यों में ऑक्सीजन प्लांट की सप्लाई सुनिश्चित करें। साथ ही केंद्र ने अपने लेटर में कहा, "देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बेहद धीमी है और स्थिति काबू में है। इसके बावजूद हमें आने वाली चुनौती के लिए पहले से ही तैयार रहना चाहिए।
कुछ देशों के यात्रियों के लिए RT-PCR अनिवार्य
इसके साथ ही दिल्ली एयरपोर्ट पर एक बार फिर से रेंडम टेस्टिंग शुरू हो गई है. इसके लिए यात्रियों को अलग से कोई फीस नहीं देनी होगी, ना ही सैंपल लेने के बाद उन्हें रोका जाएगा. लक्षण वाले यात्रियों से प्रोटोकॉल के अनुसार डील किया जाएगा. इसके अलावा आज एक बड़ा अपडेट यह भी है कि कुछ देशों के यात्रियों के लिए RT-PCR अनिवार्य कर दिया गया है।