यस बैंक संकट से जहां शेयर बाजार में हड़कंप मचा हुआ है वहीं आम आदमी इस बात से घबरा गए है कि कहीं उनकी जिंदगी भर की जमा पूंजी डूब ना जाये। दिल्ली से लेकर मुंबई तक, बड़े शहरों से लेकर कस्बों तक लोग यस बैंक की सैकड़ों शाखाओं और एटीएम के बाहर जमा है और जल्द से जल्द पैसा निकलना चाहते है।
शुक्रवार को मुंबई, ठाणे, नागपुर जैसे शहरों में ग्राहकों की परेशानी तब से और बढ़ी है, जब आरबीआई ने गुरुवार देर शाम नकदी निकासी पर नियंत्रण व अन्य उपायों को लागू कर दिया। गुरुवार देर शाम से ही ग्राहकों में नकदी निकासी के लिए घबराहट जैसा माहौल दिखाई दिया और वे एटीएम पर पहुंचने लगे, लेकिन जल्द ही एटीएम खाली हो गए। इसे लेकर उनमें नाराजगी रही।
यह स्थिति खास तौर से उपनगरीय और आवासीय इलाकों में रही। यही नजारा शुक्रवार को दक्षिण मुंबई, बांद्रा, कुर्ला कांप्लेक्स, अंधेरी, लोअर परेल में भी दिखाई दिया। इसके अलावा ग्राहकों ने कहा कि कुछ यूपीआई लेनदेन जो यस बैंक पीएसपी पर हैं, कथित तौर पर नहीं चल रहे हैं। सभी प्रकार के खाते नेटबैंकिंग के माध्यम से भी पहुंच से बाहर हैं, और कई फिनटेक कारोबारी बुरी तरह से प्रभावित हैं।
मुंबईकर खास तौर से परेशान है, क्योंकि आरबीआई के आदेश सोमवार को लोकप्रिय होली त्योहार के पहले आए हैं। इसके एक पखवाड़े बाद गुड़ी पड़वा है और परीक्षा के सीजन के दौरान नकदी का होना बेहद जरूरी है और सप्ताहांत में हजारों लोगों ने अपनी योजनाएं बनाई हैं।
एक ग्राहक विजय पी. सिंह ने कहा कि वह कांदिवली उपनगर के एटीएम में तड़के एक बजे के करीब गए और देखकर चकित रह गए कि करीब 25 लोग लाइन में लगे थे। सिंह ने कहा, “मैं दहिसर-मलाड के बीच करीब तीन-चार दूसरे एटीएम पर भी गया और वही हालात रहे और आखिरकार मैं खाली हाथ सुबह चार बजे घर लौट आया.. ऑनलाइन लेनदेन भी नहीं हो रहा है और भीड़ से भरी शाखाओं से बहुत कम उम्मीद है।”
नवी मुंबई के विनोद पांडा से भी बातचीत की। चिंतित पांडा ने कहा, “अधिकारियों ने मुझसे कहा कि मुझे कुछ आपात स्थिति साबित करनी होगी, जैसे कि चिकित्सा या शैक्षिक शुल्क का भुगतान करना आदि ..उन्होंने कहा कि सभी समस्याएं अगले महीने तक बहाल हो जाएंगी, लेकिन भरोसा दिया कि ऑनलाइन सुविधा आज के बाद चालू हो जाएगी।”
यस बैंक की देश भर में 1,000 से अधिक शाखाएं और 1,800 से अधिक एटीएम हैं, जो बीती रात संकट के शुरू होने के बाद से प्रभावित हैं।