चक्रवाती तूफान जवाद के 4 दिसंबर को राज्य में पहुंचने की संभावना के बाद सभी जिलों में ओडिशा सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 48 घंटों में दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने और इसके चक्रवात में बदलने की संभावना की भविष्यवाणी की है। IMD के अनुसार, चक्रवाती तूफान के 4 दिसंबर को ओडिशा तट से टकराने की संभावना है। इस बीच, चक्रवात के पूर्वानुमान के बीच ओडिशा के कुछ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। राज्य ने बचाव और राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ, ओडीआरएएफ और दमकल विभाग के कर्मियों को बुलाकर आपदा प्रबंधन रणनीति भी तैयार की है।
जिसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में चक्रवात से संबंधित स्थिति पर एक बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान प्रधानमंत्री मौजूदा हालात, तैयारियों और प्रभावित राज्यों के साथ समन्वय की जानकारी दी गई। उधर पश्चिम बंगाल में Cyclone Jawad के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने 8 टीमों को तैनात किया है। आज रात तक 8 और टीमों को तैनात किया जाना है। डीजी एनडीआरएफ अतुल करवाल ने कहा कि हमने IMD के अनुसार अगले 3 दिनों के लिए मौसम के बारे में पीएम जानकारी दी है।हमने गृह सचिव को सभी व्यवस्थाओं की जानकारी दी। हमने आज प्रभावित क्षेत्रों में 62 में से 29 टीमों को तैनात किया है। साथ में रिजर्व टीमें है। हवा की गति 90-100 किमी प्रति घंटे रहने की उम्मीद।
चक्रवात से निपटने के लिए समीक्षा बैठक की
इससे पहले कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (NCMC) ने बुधवार को बंगाल की खाड़ी में आसन्न चक्रवात से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठक की, जिसके आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल को प्रभावित करने की आशंका है। देश के शीर्ष नौकरशाह ने विभिन्न केंद्रीय और राज्य एजेंसियों को ‘किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान से बचने और संपत्ति, बुनियादी ढांचे और फसलों को कम से कम नुकसान पहुंचने देने’ का निर्देश दिया।
मछुआरों और समुद्र में सभी नौकाओं को तुरंत वापस बुला लें
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘कैबिनेट सचिव ने इस बात पर भी जोर दिया कि राज्य सरकारों को यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास करने चाहिए कि मछुआरों और समुद्र में सभी नौकाओं को तुरंत वापस बुला लिया जाए और चक्रवाती तूफान से प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को जल्द से जल्द निकाला जाए।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक ने NCMC को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव वाले क्षेत्र की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी, जिसके तीन दिसंबर तक एक चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है। बयान में कहा गया है, ‘इसके चार दिसंबर की सुबह तक आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों को पार करने की उम्मीद है, जिसमें हवा की गति 90 किलोमीटर प्रति घंटे से 100 किलोमीटर प्रति घंटे के साथ होगी, साथ ही भारी वर्षा होने की भी आशंका है।
तटीय जिलों को प्रभावित करने की स्भावना
बयान में कहा गया है, ‘चक्रवाती तूफान के आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विशाखापत्तनम और विजयनगरम और ओडिशा के तटीय जिलों को प्रभावित करने की आशंका है। इसके साथ ही तटीय क्षेत्रों और पश्चिम बंगाल के भागों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की आशंका है।’ बैठक में बताया गया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने इन राज्यों में 32 टीमों को तैनात किया है और अतिरिक्त टीमों को तैयार रखा जा रहा है। थल सेना और नौसेना के बचाव दल जहाजों और विमानों के साथ जरूरत पड़ने पर तैनाती के लिए तैयार हैं। गौबा ने ‘राज्य सरकारों को आश्वासन दिया कि सभी केंद्रीय एजेंसियां तैयार हैं और सहायता के लिए उपलब्ध होंगी।