देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बाद वायरस के 'डेल्टा प्लस' वेरिएंट का खतरा बढ़ रहा है। इस वेरिएंट के सामने आ रहे मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। महाराष्ट्र, कर्नाटक और मध्य प्रदेश के बाद पंजाब में भी 'डेल्टा प्लस' वेरिएंट का केस सामने आया है। वहीं कई अन्य सैंपल भी जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं।
मध्य प्रदेश में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट के अब तक सात मरीज सामने आ चुके हैं। इनमें से दो मरीजों की मौत हो गई है। डॉक्टरों के अनुसार, मृतकों को वैक्सीन नहीं लगी थी। तीन मरीज, जो टीके की एक या दोनों डोज ले चुके थे वे ठीक हो गए हैं। बाकी दो का भी टीकाकरण नहीं हुआ था, लेकिन वह संक्रमण उबरने में कामयाब रहे। इनमें से एक 22 साल की महिला और दूसरी दो साल की बच्ची है।
डेल्टा प्लस वेरिएंट से जूझ रहे महाराष्ट्र में कोरोना के दैनिक मामले 10 हजार के बेंच मार्क से नीचे होने के बाद भी मामलों में उछाल देखने को मिल रहा है। गुरुवार को राज्य में 9844 लोग कोरोना वायरस संक्रमित पाए गए। महाराष्ट्र में डेल्टा प्लस वेरिएंट के भी लगातार मामले सामने आ रहे हैं।
महाराष्ट्र में आतंक मचा रहा डेल्टा प्लस वेरिएंट, क्या राज्य में शुरू हो रहा है कोरोना की तीसरी लहर का प्रभाव
बता दें कि कोरोना यह नया वेरिएंट ‘डेल्टा प्लस’ भारत में सबसे पहले सामने आए ‘डेल्टा’ या ‘B.1.617.2’ वेरिएंट में ‘उत्परिवर्तन’ से बना है। भारत में संक्रमण की दूसरी लहर आने की एक वजह ‘डेल्टा’ भी था। कोरोना वायरस का ‘डेल्टा प्लस’ वेरिएंट भारत के अलावा, अमेरिका, ब्रिटेन, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड, जापान, पोलैंड, नेपाल, चीन और रूस में मिला है।
भारत के कोविड-19 की दूसरी लहर जितनी तेजी से आगे बढ़ी थी, उसी तरह अब कमजोर हो चुकी है लेकिन डेल्टा प्लस जैसे संक्रामक वेरिएंट के वजूद में आने से शायद यह खत्म नहीं हुई है। कोरोना वायरस का डेल्टा प्लस वेरिएंट, डेल्टा वेरिएंट या बी 1.617.2 में बदलाव से बना है। डेल्टा वेरिएंट की सबसे पहले पहचान भारत में हुई और देश में दूसरी लहर के लिए और ब्रिटेन समेत अन्य जगहों पर संक्रमण के प्रसार में इसकी प्रमुख भूमिका रही है।