देश में कोरोना वायरस का खतरा भले ही अभी कम हो गया है लेकिन इसके खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान लगातार जारी है। देश में लगातार लोगों को कोरोना टीकाकरण के जरिए कोरोना से सुरक्षित किया जा रहा है। इसी बीच सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने भारत के औषधि नियामक से 12 से 18 साल आयु समूह के लिए अपने कोविड-19 रोधी टीके ‘कोवोवैक्स’ के आपात इस्तेमाल की मंजूरी मांगी है। सरकारी सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
‘कोवोवैक्स’ काफी असरदार है, सुरक्षित है और रोग प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न
सरकार ने 15 साल से कम उम्र के बच्चों का कोविड रोधी टीकाकारण कराने पर अभी फैसला नहीं किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल में कहा था कि टीकाकरण की अतिरिक्त जरूरत और टीकाकरण के लिए और आबादी को शामिल करने को लेकर लगातार परीक्षण किया गया है। 12-17 वर्ष आयु समूह के वास्ते टीके के आपात इस्तेमाल की मंजूरी के लिए दिए गए आवेदन में एसआईआई में सरकार एवं नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने 12-18 साल आयु के 2707 व्यक्तियों पर किए गए दो अध्ययन के आंकड़े प्रस्तुत किए हैं जो दिखाते हैं कि इस आयु समूह पर ‘कोवोवैक्स’ काफी असरदार है, सुरक्षित है और रोग प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न करती है।
देश को फायदा पहुंचाएगी बल्कि दुनिया को भी लाभांवित करेगी
एक आधिकारिक सूत्र ने आवेदन में सिंह द्वारा किए गए उल्लेख के हवाले से कहा,“ हम 18 या इससे अधिक उम्र की स्वीकृत आयु के अलावा, 12 से 18 वर्ष की उम्र के बच्चों के लिए आपात स्थिति में ‘कोवोवैक्स’ के सीमित इस्तेमाल की मंजूरी के वास्ते आवेदन जमा कर रहे हैं और साथ में दस्तावेज़ भी प्रस्तुत कर रहे हैं।”
माना जाता है कि सिंह ने कहा है कि यह स्वीकृति न सिर्फ देश को फायदा पहुंचाएगी बल्कि दुनिया को भी लाभांवित करेगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेकिंग इन इंडिया फॉर वर्ल्ड’ को भी साकार करेगी।
देश और दुनिया के बच्चों को कोविड-19 से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी
सिंह ने कहा “हमारे सीईओ डॉ अदार सी पूनावाला के विचार के अनुरूप, हमें यकीन है कि ‘कोवोवैक्स’ हमारे देश और दुनिया के बच्चों को कोविड-19 से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और विश्व स्तर पर हमारे राष्ट्रीय ध्वज को ऊंचा रखेगी।” भारत के औषधि महानियंत्रक ने ‘कोवोवैक्स’ को वयस्कों में आपात स्थिति में सीमित इस्तेमाल के लिए पिछले साल 28 दिसंबर को मंजूरी दे दी थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे 17 दिसंबर 2021 को आपात स्थिति में इस्तेमाल करने के लिए सूचीबद्ध कर दिया था। भारत 15-18 वर्ष के किशोरों का टीकाकरण करने के लिए भारत बायोटेक की ‘कोवैक्सीन’ का इस्तेमाल कर रहा है।