संसद के बजट सत्र के सुचारु रूप से संचालन के लिए उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाकर सभी राजनीतिक दलों से चर्चा की। सरकार के आधे दर्जन मंत्रियों और विभिन्न दलों के दो दर्जन नेताओं की मौजूदगी में हुई बैठक में राज्यसभा की कार्यवाही 15 फरवरी के बजाय 13 फरवरी को ही स्थगित करने का निर्णय लिया गया।
सभापति वेंकैया नायडू ने राज्यसभा का कामकाज व्यवस्थित तरीके से चलाने के लिए राजनीतिक दलों से सहयोग मांगा। हालांकि, विपक्षी नेताओं ने नए कृषि कानूनों और किसान आंदोलन के मुद्दे को जोरशोर से उठाने की बात कही।सभापति वेंकैया नायडू ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को भरोसा दिलाया कि सदन में सभी विषयों पर चर्चा होगी। उन्हें मुद्दों को उठाने के लिए पर्याप्त समय भी मिलेगा।
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर बहस और जवाब देने के लिए तैयार है।सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने सर्वसम्मति से तय किया कि बजट सत्र का पहला भाग 13 फरवरी तक संचालित होगा, ताकि विभागों से संबद्ध संसदीय समितियां विभिन्न विभागों और मंत्रालयों की अनुदान मांगों की जांच कर सकें।
पहले, बजट सत्र के पहले भाग का संचालन 15 फरवरी तक होना था।बैठक के दौरान विपक्षी दलों के नेताओं ने के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव और आम बजट पर चर्चा के लिए अधिक समय मांगा तो सभापति वेंकैया नायडू ने संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी को सदन का शेड्यूल तय करने को कहा। सभापति ने जोर दिया कि सांसदों को सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए पर्याप्त समय और अवसर मिले।