लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

लाखों लोगों की किस्मत का फैसला आज

NULL

एनआरसी के मुद्दे पर पुरे देश में हंगामा मचा हुआ है ऐसे में पूरे देश की निगाहे 31 दिसंबर पर टिकी हुई है जब लाखों लोगो की किस्मत का फैसला होगा जी हां असम में बांग्लादेशी प्रवासियों को भारत की नागरिकता दिए जाने का मुद्दा एक अहम पड़ाव पर पहुंचने वाला है। नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजंस के पहले ड्राफ्ट की घोषणा होने वाली है । यह तय हो जाएगा कि असम में रह रहे लाखों मुसलमान भारत के नागरिक कहलाए जाएंगे या नहीं।

एनआरसी से उम्मीद जताई जा रही है कि असम में दशकों से हो रही अवैध प्रवासन के मुद्दे को हल करने में मदद करेगा। राज्य की कुल आबादी का एक तिहाई हिस्सा मुसलमानों का है। इनमें 90 प्रतिशत मुसलमान प्रवासी हैं और बांग्ला बोलते हैं उन पर बांग्लादेशी होने का धब्बा लगा है जिसे मिटाने में एनआरसी उनकी मदद कर सकता है। दूसरी तरफए बांग्ला बोलने वाले हिंदुओं के असम में आने को लेकर कोई विवाद नहीं है। कहा जा रहा है कि एनआरसी से उन्हें फायदा ही मिलेगा।

भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र की एनडीए सरकार पहले से नागरिकता अधिनियम 1955 में संशोधन करने की कोशिश कर रही है ताकि 1971 के बाद असम की सीमा में घुसे हिंदुओं को भारत की नागरिकता मिल सके। गौरतलब है कि 1985 में हुए असम समझौते के मुताबिक 24 मार्च 1971 की मध्यरात्रि से पहले असम आए हर व्यक्ति को भारतीय नागरिक माना जाएगा। एनआरसी के अधिकारियों का कहना है कि वे हर किसी को न्यायपूर्ण अवसर देना चाहते हैं।

हमारी मुख्य खबरों के लिए यह क्लिक करे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ten − 5 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।