राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने बृहस्पतिवार को कहा कि समाज के लिए कड़ी मेहनत और प्रेम संघ के कार्य के विस्तार के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवकों को देश के लिए गौरव के लक्ष्य को हासिल करने के वास्ते समर्पण के साथ काम करना चाहिए।
एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार भागवत तेलंगाना में आरएसएस के तीन दिवसीय ‘विजय संकल्प शिविर’ के अंतिम दिन स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे थे।
भागवत ने बुधवार को कहा था कि संघ भारत की 130 करोड़ आबादी को हिंदू समाज के रूप में मानता है, चाहे उनका धर्म और संस्कृति कुछ भी हो।
उन्होंने कहा था कि धर्म और संस्कृति पर ध्यान दिये बिना, जो लोग राष्ट्रवादी भावना रखते हैं और भारत की संस्कृति तथा उसकी विरासत का सम्मान करते हैं, वे हिंदू हैं और आरएसएस देश के 130 करोड़ लोगों को हिंदू मानता है। उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था, ‘‘संपूर्ण समाज हमारा है और संघ का उद्देश्य संगठित समाज का निर्माण करना है।