रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चीन और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से लगते सीमावर्ती इलाकों में सैन्य तैयारियों का जायजा लेने के लिए शुक्रवार एवं शनिवार को लद्दाख एवं जम्मू कश्मीर के दौरे पर रहेंगे।
सूत्रों के अनुसार 17 जुलाई को रक्षा मंत्री के साथ सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुन्द नरवणे भी जाएंगे। सेना की उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी रक्षा मंत्री की अगवानी करेंगे। सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री सीमावर्ती अग्रिम चौकियों का दौरा भी करेंगे और जवानों की हौसला अफजाही करेंगे।
लद्दाख में 14वीं कोर के मुख्यालय में कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरेन्दर सिंह उन्हें वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन एवं भारत के सेनाओं के बीच टकराव टालने के लिए बनी सहमति के क्रियान्वयन की जानकारी देंगे।
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बता दें कि पैंगोंग सो और देपसांग समेत पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाले सभी स्थानों से समयबद्ध तरीके से सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया की रूपरेखा को अंतिम रूप देने के लिए भारतीय और चीनी सेना के कमांडरों के बीच मंगलवार को करीब 14 घंटे तक गहन बातचीत हुई। यह बैठक 14 जुलाई को सुबह साढ़े 11 बजे से शुरू होकर रात 2 बजे तक सैन्य वार्ता चली। जिसमे तनाव वाले इलाकों में चीनी सेना के पीछे हटने पर चर्चा हुई।
अधिकारियों ने बताया कि लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की चौथे चरण की वार्ता में पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास पीछे के सैन्य प्रतिष्ठानों से बड़ी संख्या में सैनिकों और हथियारों को हटाने के कदमों पर ध्यान केन्द्रित किया गया। सूत्रों ने बताया कि भारतीय पक्ष ने पांच मई से पहले पूर्वी लद्दाख के सभी इलाकों में जो पूर्व की यथास्थिति थी, उसे फिर से बहाल करने पर जोर दिया।