प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि आज, रक्षा क्षेत्र में पहले से कहीं अधिक पारदर्शिता एवं विश्वास है और भारत नए भविष्य के निर्माण के लिए नए संकल्प ले रहा है।
देश को सबसे बड़ी सैन्य शक्ति बनाने का लक्ष्य – मोदी
मोदी ने, विजयादशमी के अवसर पर सात नयी रक्षा कम्पनियां राष्ट्र को समर्पित करने के लिए रक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ आज, रक्षा क्षेत्र में पहले से कहीं अधिक पारदर्शिता एवं विश्वास है। आज, आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत देश को अपने दम पर दुनिया की सबसे बड़ी सैन्य शक्ति बनाने का लक्ष्य है। रक्षा क्षेत्र में कई प्रमुख सुधार किए गए, अटकाने-लटकाने वाली नीतियों के बजाय ‘एकल खिड़की प्रणाली’ की व्यवस्था की गई।’’
मेक इन इंडिया के मंत्र के साथ आधुनिक सैन्य उद्योग स्थापित – प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ पिछले सात वर्षों में, भारत ने ‘मेक इन इंडिया’ के मंत्र के साथ आधुनिक सैन्य उद्योग स्थापित करने के लिए काम किया। आज़ादी के बाद आयुध कारखानों को अद्यतन करने, नए जमाने की तकनीकों को अपनाने की जरूरत थी, लेकिन इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया।’’
Dedicating seven new defence companies to the nation. https://t.co/13GpYvGyFm
— Narendra Modi (@narendramodi) October 15, 2021
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बृहस्पतिवार को सात नयी रक्षा कम्पनियों का जिक्र करते हुए कहा था कि सरकार ने देश की रक्षा तैयारियों में आत्मनिर्भरता में सुधार के कदम के तहत आयुध निर्माणी बोर्ड को एक विभाग से सरकार के पूर्ण स्वामित्व वाले सात निगमों में बदलने का निर्णय किया है। इस कदम से मजबूत कार्यात्मक स्वायत्तता एवं प्रभावशीलता आएगी तथा नयी वृद्धि क्षमता और नवोन्मेष की शुरुआत होगी।
देश को समर्पित की 7 नयी डिफेन्स कंपनियां
पीएमओ के अनुसार, निगमित की गईं सात कम्पनियां-म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड (एमआईएल), आर्मर्ड व्हीकल्स निगम लिमिटेड (अवनी), एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड (एडब्ल्यूई इंडिया), ट्रूप कम्फर्ट्स लिमिटेड (टीसीएल), यंत्र इंडिया लिमिटेड (वाईआईएल), इंडिया ऑप्टेल लिमिटेड (आईओएल) और ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड (जीआईएल) हैं।