दिल्ली पुलिस की आईएफएसओ स्पेशल सेल का दावा है कि उसने विवादित बुल्ली बाई एप मामले में उसने मुख्य आरोपी को असम से गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशन्स यूनिट (आईएफएसओ) ने बताया है कि उसने मुख्य साजिशकर्ता और गिटहब पर बुल्ली बाई एप बनाने वाले और बुल्ली बाई का मुख्य ट्विटर हैंडल संभालने वाले शख्स को असम से गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान नीरज बिश्नोई(21) के रूप में हुई है।
आरोपी नीरज दिगंबर जोरहाट असम का रहने वाला है। नीरज ने वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, भोपाल से बीटेक द्वितीय वर्ष(कंप्यूटर साइंस) तक की पढ़ाई की है। आईएफएसओ की टीम आरोपी को लेकर दोपहर 3.30 बजे तक दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचेगी, जिसके बाद इस मामले में ज्यादा जानकारी मिलने की संभावना है।
1 जनवरी को सामने आया था मामला
बता दें कि यह मामला सबसे पहले एक जनवरी को सामने आया। आरोपियों ने कई मुस्लिम महिलाओं की फोटो को एडिट कर GitHub प्लेटफॉर्म पर बने ‘बुली बाई ऐप’ पर ऑक्शन के लिए डाला था। इसमें उन महिलाओं को टारगेट किया गया था, जो सोशल रूप से काफी एक्टिव हैं। इनमें जर्नलिस्ट, एक्टिविस्ट और लॉयर शामिल हैं। इसके बाद वेस्ट मुंबई साइबर पुलिस स्टेशन में इस मामले में रविवार को अज्ञात आरोपी के खिलाफ IT एक्ट और IPC की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। मुंबई पुलिस ने इस FIR में IPC की धारा 153-ए (धार्मिक आधार पर दो समुदायों के बीच भेदभाव को बढ़ाना), 153-बी (जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाने की कोशिश करना), 354-डी (पीछा करना), 509 (महिला के सम्मान को ठेस पहुंचाने की नीयत वाले शब्द या व्यवहार का उपयोग करना) और 500 (आपराधिक मानहानि) शामिल की गई हैं। साथ ही IT एक्ट की धारा 67 (इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में आपत्तिजनक मटीरियल पब्लिश करना या भेजना) भी शामिल की गई है।
क्या है Bulli Bai App
‘Bulli Bai’ एक ऐसा एप्लिकेशन है जो Github एपीआई पर होस्ट किया जाता है और ‘Sulli Deal’ ऐप के समान काम करता है। ऐप मुस्लिम महिलाओं को सोशल मीडिया पर लोगों के लिए ‘सौदे’ के रूप में पेश करता है। जबकि बुल्ली बाई के ट्विटर हैंडल को निलंबित कर दिया गया है, इसके बायो में लिखा था, ‘बुली बाई खालसा सिख फोर्स (KSF) द्वारा एक समुदाय द्वारा संचालित ओपन-सोर्स ऐप है।