वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि नोटबंदी के कारण देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) मे कमी नहीं आई है बल्कि कृषि क्षेत्र में कम विकास होने का कारण जीडीपी में गिरावट आई है। निर्मला सीतारमण ने प्रश्न काल के दौरान कांग्रेस के दिग्विजय सिंह के पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए यह बात कही।
दिग्विजय सिंह ने सीतारमण से जीडीपी में आई गिरावट का कारण पूछते हुए कहा कि क्या नोटबंदी के कारण इसमें कमी नहीं आई है। वित्त मंत्री ने कहा कि वर्ष 2016-17 में सकल घरेलू उत्पाद 8.2 प्रतिशत 2017.18 में 7.2 प्रतिशत तथा 2018.19 में 6.8 प्रतिशत रही फिर भी हम दुनिया में तेजी से विकसित होती हुई अर्थव्यस्था है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका और चीन के जीडीपी में गिरवट आई है लेकिन देश में उतनी कम नहीं हुई है। उन्होंने जीडीपी में कमी का मुख्य कारण कृषि क्षेत्र का कम विकास होना तथा विनिर्माण क्षेत्र में गिरावट आना बताया। उन्होंने कहा कि कम वर्षा होने और रबी फसल के प्रभावित होने से कृषि क्षेत्र का विकास कम हुआ।
उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि जीडीपी कम होने का कारण नोटबंदी नहीं है। उन्होंने बताया कि सरकार जीडीपी बढ़ने के लिए कई कदम उठा रही है। इसके लिए समग, योजना बनाई गई है और नीति आयोग की राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक हुई है, जीडीपी बढ़ने के लिए किसानों को नगदी अंतरण योजना से हर साल छह हजार रुपये भेजने का कार्यक्रम भी शामिल किया गया है।