कृषि विधेयकों के खिलाफ आज देशभर में भारतीय किसान यूनियन और कई किसान संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया है। इस विरोध प्रदर्शन को कांग्रेस, आरजेडी, समाजवादी पार्टी, अकाली दल, आप और टीएमसी समेत कई विपक्षी दलों का समर्थन मिला है। प्रदर्शन कर रहे किसान केंद्र सरकार से इन बिलों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कृषि बिल के खिलाफ ‘ट्रैक्टर रैली’ निकाली है। इस दौरान तेजस्वी ने कहा कि सरकार ने हमारे ‘अन्नदात’ को ‘निधि दात’ के माध्यम से कठपुतली बना दिया है। कृषि बिल किसान विरोधी है। सरकार ने कहा था कि वे 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करेंगे, लेकिन ये बिल उन्हें और गरीब बना देगा। कृषि क्षेत्र का कॉर्पोरेटकरण किया गया है।
पंजाब में किसान मजदूर संघर्ष समिति ने कृषि बिल के विरोध में अमृतसर में अपना ‘रेल रोको’ आंदोलन जारी रखा। समिति ने बिल के खिलाफ 24 से 26 सितंबर तक ‘रेल रोको’ आंदोलन का ऐलान किया है। बिल के विरोध में लुधियाना में लाडोवाल टोल प्लाजा के आसपास पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है।
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए राजधानी में बढ़ाई गई सुरक्षा
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को दो दर्जन से अधिक किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के मद्देनजर सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी है। उत्तर प्रदेश और हरियाणा की सीमा से लगे क्षेत्रों में बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं और दिल्ली में प्रवेश करने वाले वाहनों की जांच की जा रही है। दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों को एहतियात के तौर पर सिंघू सीमा और करनाल रोड (हरियाणा) पर तैनात किया गया है।
किसानों के विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए गाजीपुर, न्यू अशोक नगर, सीमापुरी, पूर्वी दिल्ली में आनंद विहार और दक्षिण पूर्वी दिल्ली में कालिंदी कुंज में भी तैनाती की गई है। वहीं सीमावर्ती क्षेत्रों के अलावा दिल्ली में संभावित स्नैप विरोध-प्रदर्शन के मद्देनजर भी दिल्ली पुलिस सतर्क है।
करीब 18 राजनीतिक दलों के विरोध के बीच संसद द्वारा पारित फार्म बिल के विरोध में दो दर्जन से अधिक किसान संगठनों ने शुक्रवार को ‘भारत बंद’ के समर्थन की घोषणा की है। पंजाब और हरियाणा के 31 किसान संगठन पहले से ही विरोध कर रहे हैं।