कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के क्लब हाउस चैट का ऑडियो सामने आने के बाद बीजेपी पूरी तरह से कांग्रेस पर हमलवार हो गई है। दरअसल, बीजेपी ने दिग्विजय का क्लब हाउस चैट का एक कथित ऑडियो ट्वीट किया, जिसमें वह यह कहते हुए सुने जा सकते हैं कि कांग्रेस अगर सत्ता में आती है तो जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 को फिर से बहाल करने पर विचार करेंगे।
इस पूरे मुद्दे पर कांग्रेस को घेरते हुए बीजेपी के वरिष्ठ प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘क्लब हाउस’ के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह किस प्रकार से बाहर भारत के खिलाफ जहर उगल रहे हैं और किस प्रकार पाकिस्तान की हां में हां मिला रहे हैं वो हम सभी ने टीवी चैनलों के माध्यम से देखा है।
उन्होंने कहा, ये वही दिग्विजय सिंह हैं, जिन्होंने पुलवामा हमले को एक दुर्घटना मात्र बता दिया था, इन्होंने ही 26/11 के हमले को RSS की साजिश बताया था और उस समय पाकिस्तान को क्लीन चिट देने का भी प्रयास किया था। कुछ दिन पहले टूलकिट का जिक्र किया गया था। ये सारा उस टूलकिट का हिस्सा है।
फिर से लाएंगे अनुच्छेद 370, Audio चैट को लेकर BJP के निशाने पर दिग्विजय सिंह
पात्रा ने कहा, क्लब हाउस में पाकिस्तान का पत्रकार ये सवाल पूछता है कि नरेंद्र मोदी के हटने के बाद भारत की सत्ता कैसी होगी, कश्मीर पॉलिसी कैसी होगी। दिग्विजय ऐसे सवाल पर उस पत्रकार को धन्यवाद देते हैं और कहते हैं कि अगर मोदी सत्ता से हटते हैं और कांग्रेस की सरकार आती है तो वो जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को फिर से स्थापित करेगी।
इस मुद्दे को टूलकिट का हिस्सा बताते हुए उन्होंने कहा कि पूरी संभावना है कि आज जो दिग्विजय सिंह ने जो कहा है उसके लिए पहले से स्टेज मैनेज रहा होगा। उस पत्रकार से दिग्विजय सिंह या कांग्रेस के बड़े नेता ने ऐसा सवाल पूछने के लिए कहा होगा।
विवाद पर कांग्रेस को घेरते हुए उन्होंने कहा, मैं निवेदन करता हूं कि कांग्रेस पार्टी अपने नाम को बदले वो INC को बदलकर ANC (एंटी नेशनल क्लब हाउस) कर दे। ये एक ऐसा क्लब हाउस है जिसमें सारे लोग नरेंद्र मोदी से घृणा करते-करते आज हिंदुस्तान से घृणा कर बैठे हैं।
अमित मालवीय ने ऑडियो चैट ट्वीट करते हुए लिखा, क्लब हाउस चैट में, राहुल गांधी के शीर्ष सहयोगी दिग्विजय सिंह एक पाकिस्तानी पत्रकार से कहते हैं कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो वे अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के फैसले पर पुनर्विचार करेंगे। वास्तव में? यही तो पाकिस्तान चाहता है…।