कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कोचिंग संस्थानों को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे से बाहर लाने का अनुरोध करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखा है। दिग्विजय सिंह ने अनुरोध किया है कि ऐसा करना बेरोजगार युवाओं के हित में एक बड़ा कदम होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है कि बड़ी संख्या में बेरोजगार युवा केंद्रीय और राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं के लिए कोचिंग करते हैं। पहले इन कोचिंग संस्थानों पर पांच फीसदी जीएसटी था, जो अब बढ़कर 18 फीसदी कर दिया गया है। ऐसे में ये कोचिंग संस्थान और महंगे हो गए हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि बढ़ती बेरोजगारी को देखते हुए इन संस्थानों को जीएसटी के दायरे से बाहर लाया जाना चाहिए। साथ ही केंद्र सरकार को केंद्र के तहत होने वाली परीक्षाओं से प्रवेश शुल्क लेना भी बंद कर देना चाहिए।