GST काउंसिल की 29वीं बैठक आज यानी 4 अगस्त को हो रही है। इससे पहले जीएसटी काउंसिल की पिछली बैठक 21 जुलाई को हुई थी। जिसमें सरकार ने कई बड़े फैसले लिए थे। वहीं काउंसिल की इस बैठक में विशेष तौर पर छोटे कारोबारियों (MSME) के मुद्दों पर चर्चा होगी।पीयूष गोयल की अध्यक्षता में आज की बैठक में देश के माइक्रो, छोटे और मध्यम इंटरप्राइजेज को लेकर कोई बड़ा फैसला हो सकता है। बता दें कि वित्तमंत्री का कार्यभार संभाल रहे पीयूष गोयल जीएसटी काउंसिल की बैठक की दूसरी बार अध्यक्षता करेंगे।
गौरतलब है कि छोट और मध्यम कारोबारियों को जीएसटी रिफंड में दिक्कत आ रही है। इस बैठक में इन कारोबारियों के लिए जीएसटी रिफंट में आ रही तकनीकी दिक्कत व अन्य समस्याओं के समाधान पर कोई फैसला आ सकता है। वहीं कारोबारियों की मांग है कि उन्हें कैश जीएसटी जमा करने पर प्रोत्साहन के तौर पर भी कुछ कैश मिलना चाहिए। ये मांग 2.5 करोड़ रुपए से ज्यादा टर्नअोवर वाली संस्थाओं की है। वहीं आंध्र प्रदेश समेत कई राज्य ऐसे हैं जो कई वस्तुओं पर रेट में कटौती की मांग कर रहे हैं। इस पर भी बैठक में कोई फैसला हो सकता है।
राज्यों की मांग है कि ट्रैक्टर, ट्रैक्टर के पार्ट्स, एग ट्रे, फिल्मों के टिकट समेत कई वस्तुओं के रेट में कटौती की जाए। इसके अतिरिक्त ई-वे बिल किली लिमिट भी बढ़ाने की मांग की गई है। फिलहाल ये 50 हजार रुपए है, लेकिन इसे 1 लाख रुपए तक बढ़ाने की बात कही गई है। चूंकि जीएसटी पैन आधारीत है और एक पैन के तहत केवल एक ही रजिस्ट्रेशन हो रहा है। इसलिए कई कारोबारियों को दिक्कत आ रही है, जो छोट-छोट कई कारोबार चलाते हैं। उम्मीद की जा रही है कि बैठक में इस पर भी कोई फैसला लिया जा सकता है। गौरतलब है कि जीएसटी के 28वीं बैठक में सरकार ने कई बड़े फैसले लिए हैं। जीएसटी काउंसिल ने 28वीं बैठक में 5 करोड़ तक के टर्नओवर वाले कारोबारियों को हर महीने रिटर्न भरने से छुटकारा दे दिया था। इन कारोबारियों को हर तिमाही में रिटर्न भरना होगा।