मुंबई : शिवसेना ने आज सरकार पर निशान साधते कहा कि वे भारतीय नौ सेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव सुरक्षित घर वापसी तक अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत के फैसले पर लेकर ज्यादा उत्साहित न हो।
हाल ही में शिवसेना ने भारतीय नौ सेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव मामले में ICJ ( अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत ) के फैसले की सराहना की थी । पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने जासूसी के आरोपों में भारतीय नौ सेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को मौत की सजा सुनाई थी।
शिवसेना ने कहा कि पाकिस्तान की सभी दलीलें हेग स्थित कोर्ट में खारिज तो हो गई हैं लेकिन लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। हम पाकिस्तान की हरकतें नहीं भूल सकते और लाहौर जेल में सरबजीत की हत्या को भी भुलाया नहीं जा सकता। पाकिस्तान को पूरा देश जनता है पाक कुलभूषण जाधव को फांसी दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है । वह वो अपनी हर हद तक जा सकता है ।
इसलिए सरकार को ICJ के आदेश पर इतना उत्साहित नहीं होना चाहिए और यह याद रखना चाहिए कि कुलभूषण जाधव के सुरक्षित देश लौटने तकहमारी चिंता खत्म नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि शुरूआत से ही विदेश मंत्रालय की ओर से उठाए गए कूटनीतिक कदम कुलभूषण जाधव मामले में महत्वपूर्ण साबित हुए।
उन्होंने कहा, ”विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शुरू से यह आश्वासन दे रही थीं कि भारतीय नौ सेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव की जिंदगी बचाने के लिए भारत हर संभव कदम उठाएगा और उनके यह आश्वासन पहले चरण में सही साबित हुए। इसके लिए उनको बधाई दी जानी चाहिए।”
शिवसेना ने ICJ में भारत का पक्ष रखने वाले वकील हरीश साल्वे की भी सराहना की करते हुई कहा कि अंतरिम आदेश भारत के पक्ष में आया क्योंकि हरीश साल्वे ने मामले को प्रभावी ढंग से पेश किया, तथ्यों को ICJ के सामने लाए और ICJ में पाकिस्तान द्वारा वियना संधि के प्रावधानों के उल्लंघन को प्रमुखता से उठाया।
जाधव को पिछले वर्ष मार्च में गिरफ्तार किया गया था, तब से भारत ने दर्जनों बार राजनयिक पहुंच की कोशिश की, लेकिन फिर भी पाकिस्तान ने इसकी इजाजत नहीं दी।
संयुक्त राष्ट् के सर्वोच्च न्यायिक निकाय ICJ ने 18 मई को भारत को राहत देते हुए पाकिस्तान से कहा कि वह इस कुलभूषण जाधव मामले में अंतिम आदेश आने तक यह सुनिश्चित करे कि जाधव की मौत की सजा पर अमल न किया जाए।