तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने तेलंगाना में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था, लेकिन रविवार को यहां कांग्रेस के जीत के जश्न में उसके झंडों ने लोगों का ध्यान खींचा।
HIGHLIGHTS
तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के प्रमुख ए. रेवंत रेड्डी के घर और कांग्रेस मुख्यालय गांधी भवन दोनों जगह टीडीपी समर्थक पार्टी के झंडे लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ जश्न में शामिल हुए। कांग्रेस में शामिल होने से पहले रेवंत रेड्डी टीडीपी में ही थे। यह एक दिलचस्प नजारा था। पहली बार टीडीपी तेलंगाना में विधानसभा चुनाव से दूर रही। टीडीपी ने तेलंगाना चुनाव से दूर रहने का कारण एन. चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी को बताया था। 2018 में टीडीपी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन कर तेलंगाना में विधानसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि, गठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा और टीडीपी सिर्फ दो सीटें जीत सकी थी। बाद में, दोनों विधायक टीआरएस (अब बीआरएस) में शामिल हो गए।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि टीडीपी के पारंपरिक समर्थकों, जिनमें आंध्र प्रदेश के रहने वाले और हैदराबाद और तेलंगाना के अन्य हिस्सों में बसे मतदाता भी शामिल हैं, ने इस बार कांग्रेस को वोट दिया। यह भी दिलचस्प बात है कि तेलंगाना में टीडीपी समर्थक नायडू की गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों पर बीआरएस सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों से खुश नहीं थे।
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