भोपाल : 12 जून को आध्यात्मिक मध्य प्रदेश के गुरु उदयसिंह देशमुख उर्फ भय्यूजी महाराज ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। उनकी मौत के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस ने बुधवार से जांच की गति तेज कर दी है। पुलिस उनकी पत्नी डॉक्टर आयुषी, बेटी कुहू और सेवादारों सहित दूसरे लोगों के 12 मोबाइल की कॉल डिटेल्स और 5 कैमरों की सीसीटीवी फुटेज को निकलवा रही है।
पुलिस इस बिंदु से भी जांच कर रही है कि कहीं भय्यूजी को किसी ने आत्महत्या के लिए मजबूर तो नहीं किया था। इस दिशा में पुलिस सबूत जुटाने की कोशिश कर रही है। सीएसपी मनोज रत्नाकर के अनुसार भय्यूजी के घर से मोबाइल, टैब, लैपटॉप सहित 7 इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को बरामद किया गया है। कई मोबाइल में पैटर्न लॉक लगे हैं जिन्हें खोलने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है।
पुलिस मोबाइल के फोन कॉल, एसएमएस और व्हाट्सऐप मैसेजिस की जांच कर रही है। भय्यूजी के पूरे घर में कैमरे लगे हुए हैं। पुलिस ने घर के डीवीआर को कब्जे में ले लिया है जिसपर नंबर लॉक लगा हुआ है। डीवीआर को डी-कोड करने के लिए सायबर सेल, क्राइम ब्रांच और निजी विशेषज्ञों को बुलाया गया है।भय्यूजी महाराज के बंगले में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं। पूरा घर कैमरों से कवर्ड है। पुलिस ने घर से डीवीआर जब्त कर लिया है, जिसमें महाराज ने नंबरिंग वाला लॉक लगा रखा था। उसके साथ छेड़छाड़ करने पर फुटेज करप्ट होने का डर है।
डीवीआर डी-कोड करने के लिए सायबर सेल, क्राइम ब्रांच और निजी विशेषज्ञों को बुलाया गया है।बुधवार देर रात पुलिस ने भय्यूजी के उस गोपनीय नंबर की कॉल डिटेल निकलवा ली है जिसका इस्तेमाल वह अपने लिए करते थे। इस नंबर पर अनुयायियों और परिजनों के बहुत कम कॉल आया करते थे। सूत्रों की मानें तो इसपर तीन संदिग्ध नंबर मिले हैं जिसपर 100 बार बातचीत हुई है। आज पुलिस भय्यूजी की बेटी कुहू के बयान दर्ज करेगी। गुरुवार को फोन पर हुई बाचतीत में कुहू ने सौतेली मां डॉक्टर आयुषी पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि सौतेली मां से अक्सर झगड़ा होता रहता था।
भय्यूजी की श्रद्धांजलि सभा के दौरान बेटी कुहू और दूसरी पत्नी आयुषी के बीच दूरियां साफ दिखाई दीं। दोनों के बीच में कांग्रेस की नेत्री पूरे समय बैठी रहीं। जहां पत्नी के साथ ज्यादातर उनके रिश्तेदार दिखाई दिए तो वहीं बेटी के साथ देशमुख परिवार के लोग दिखे। दोनों ही अलग-अलग गाड़ियों में आईं और अलग ही गईं। दोनों ने एक-दूसरे से बातचीत नहीं की। गुरुवार को भय्यूजी की अस्थियों का विसर्जन नर्मदा नदी में किया गया।भय्यूजी की मौत पर कंप्यूटर बाबा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘संत समाज के लिए आदर्श होता है। एक संत और मार्गदर्शक द्वारा आत्महत्या जैसा कदम उठाने से समाज में गलत संदेश जाता है। उनका यह कदम बुजदिल जैसा है।
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