अलग अलग मुद्दों को लेकर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक बुधवार को शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे की वजह से उच्च सदन में आज भी शून्यकाल नहीं हो पाया।
आठ सदस्यों ने सदन का कामकाज स्थगित करने का किया अनुरोध
सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसके बाद उन्होंने सूचित किया कि कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, द्रमुक सदस्य तिरूचि शिवा, माकपा सदस्य इलामारम करीम, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह सहित आठ सदस्यों ने नियम 267 के तहत नोटिस दे कर नियत कामकाज स्थगित करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि ये नोटिस उन्होंने स्वीकार नहीं किए हैं।
सभापति बोलें - शून्यकाल के दौरान महंगाई से जुड़े मुद्दे रख सकेंगे सदस्य
सभापति ने कहा कि सदस्यों का मुख्य मुद्दा महंगाई है और शून्यकाल के दौरान सदस्य इस मुद्दे पर अपनी अपनी बात रख सकते हैं।इस पर विपक्षी सदस्यों ने विरोध जताया और हंगामा शुरू कर दिया जिसके बाद सभापति ने 11 बज कर करीब सात मिनट पर ही बैठक दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
गौरतलब है कि 18 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरू होने के बाद से अब तक उच्च सदन में जारी गतिरोध के चलते कार्यवाही लगातार बाधित होते रही है और एक बार भी शून्यकाल नहीं हो पाया है।