शेयर मार्केट के दिग्गज कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला अब हमारे बीच नहीं रहे है। जानकारी के मुताबिक वह लंबे समय से बीमार थे। सूत्रों के अनुसार उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल लाया गया था। झुनझुनवाला 2 से 3 सप्ताह पहले ही अस्पताल से डिस्चार्ज हुए थे। कारोबारी झुनझुनवाला के निधन की पुष्टि ब्रीच कैंडी अस्पताल ने कर दी है। आज सुबह 6 बजकर 45 बजे मिनट पर अस्पताल ने राकेश झुनझुनवाला की मौत की पुष्टि है। बता दें उन्हें बिग बुल भी कहा जाता था परन्तु यहां आपको ये बात जानकर हैरानी होगी की झुनझुनवाला ने बियर के नाम से शेयर मार्केट में कदम रखा था और उस वक़्त हर्षद मेहता को बिग बुल कहा जाता था लेकिन बाद में फिर राकेश झुनझुवाला को बिग बुल कहा जाने लगा परन्तु बियर से बिग बुल तक का राकेश झुनझुनवाला का सफर बिलकुल भी आसान नहीं रहा था उन्हें शुरुआत में काफी नुकसान का सामना करना पड़ा था।
राकेश झुनझुवाला लंबे समय से थे बीमार
हालही की बात करें तो PM मोदी के साथ राकेश झुनझुनवाला की मुलाकात काफी चर्चित भी हुई थी। साथ ही साथ सोशल मीडिया पर उनकी शर्ट भी काफी चर्चा में आई थी। बता दें उनकी शर्ट काफी मुसी हुई थी इतना ही नहीं उस वक़्त झुनझुनवाला ने कहा था कि मुझे इससे क्या फर्क पड़ता है? मुझे कौन सा क्लाइंट बनाना या कस्टमर बनाना है?। इतना ही नहीं उस मुलाकात से पता चला था कि PM मोदी भी कारोबारी राकेश झुनझुनवाला के भी काफी करीबी रह चुके हैं। उस वक़्त PM मोदी ने कहा था कि ‘वन एंड ऑनली राकेश झुनझुनवाला से मिलकर खुशी हुई। पीएम मोदी ने अपने ट्वीट के जरिए कहा था कि राकेश झुनझुनवाला भारत को लेकर बहुत बुलिश हैं।
झुनझुनवाला ने 5,000 रुपए से शेयर बाजार में निवेश किया था शुरू
देखा जाए तो कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक राकेश झुनझुनवाला का कारोबार से रिश्ता बचपन से है क्योंकि बिग बुल के पिता एक आयकर अधिकारी थे। आगे बता दें उन्होंने चार्टर्ड अकाउंटेंसी की पढ़ाई की और शेयर बाजार में निवेश करने और बारीकियां समझने में जुट गए थे। राकेश झुनझुनवाला ने केवल 5,000 रुपए की छोटी-सी पूंजी से शेयर बाजार में निवेश शुरू किया था और उनकी मेहनत ने उन्हें देश का बड़ा करोबारी और शेयर मार्केट का दिग्गज बना दिया था।