नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार (26 जुलाई) की सुबह जब अभी अंगडाई भी टूटी नही थी तभी से ही मूसलाधार बारिश ने पूरे शहर की रफ्तार रोक दी। गाजियाबाद के वसुंधरा में जमीन धंस गई, जिससे उस रास्ते पर भी लंबा जाम लगा हुआ है। लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जमीन धंसने के बाद प्रशासन ने सुरक्षा के देखते हुए प्रज्ञा कुंज और वार्तालोक के करीब 50 फ्लैटों के साथ मेवाड़ कॉलेज को भी खाली करा दिया है। मौके पर एनडीआरएफ और पुलिस प्रशान पहुंच गया है।
#WATCH Road caves in Vasundhara area of Ghaziabad following heavy rains in the area. pic.twitter.com/syZlNGszrM
— ANI UP (@ANINewsUP) July 26, 2018
जानकारी के मुताबिक, बाला जी बिल्डर्स ने वार्तालोक सोसाइटी के पास पिछले कई सालों से प्रोजेक्ट को लेकर खुदाई शुरू की थी। जिसे आज तक पूरा नहीं किया. स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी पुलिस प्रशासन और जीडीए ने बिल्डर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। लोगों का कहना है कि पहले भी कई दफा सड़क धंसने की सूचना प्रशासन को दी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. लोगों का कहना है. भारी बारिश की वजह से मिट्टी कट गई और ये हादसा हुआ।
#WATCH Newly constructed Raj Nagar Extension Elevated Road in Ghaziabad heavily waterlogged due to heavy rains in the region pic.twitter.com/Mzf50j5SM1
— ANI UP (@ANINewsUP) July 26, 2018
वसुंधरा में गुरुवार (26 जुलाई) सुबह से शुरू हुई तेज बारिश की वजह से दो जगह जमीन धंस गई। बताया जा रहा है कि दोनों जगह करीब 30-30 फीट गहरी जमीं धंस गई है। घटना सुबह 7.30 बजे की है. वहीं, दूसरी ओर साहिबाबाद इलाके की अशोक वाटिका कॉलोनी में एक मकान का आधा हिस्सा गिर गया। मनीमत ये रही कि इन हादसों में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। आपको बता दें, कि तेज बारिश की वजह से ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र के मुबारकपुर गांव में एक तीन मंजिला इमारत भरभरा कर गिर गई। समय रहते हुए मकान में रह रहे सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
बताया जा रहा है कि बाला जी बिल्डर्स का मालिक सचिन दत्ता है। ये वही सचिन दत्ता उर्फ सच्चिदानंद हैं, जिन्हें निरंजनी अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाने पर विवाद खड़ा हुआ था। विवाद के बाद डिस्कोथिक और पब के साथ रियल एस्टेट कारोबारी सचिन दत्ता से उनकी संन्यासी की पदवी छीन ली गई थी। आपको बता दें कि 31 जुलाई 2015 को उन्हें इलाहाबाद में संन्यास की दीक्षा देकर निरंजनी अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाया था।