लंका नरेश रावण, उसके बेटे मेघनाद और भाई कुंभकरण का पुतला दहन किये जाने के साथ बुराई पर अच्छाई की जीत का त्योहार दशहरा शुक्रवार को देशभर में उल्लास के साथ मनाया गया, जबकि पिछले साल कोविड-19 के मामले बढ़ने की वजह से समारोह फीका रहा था।
नदियों और जलाशयों में प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ ही दुर्गा पूजा उत्सव शुक्रवार को संपन्न हो गया।
हालांकि, छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में एक तेज रफ्तार कार की चपेट में आने से दुर्गा प्रतिमा विसर्जन करने जा रहे एक व्यक्ति की मौत हो गई तथा 17 अन्य घायल हो गए। वहीं, राजस्थान के धौलपुर में पांच लोग देवी दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के दौरान पार्वती नदी में डूब गये।
PM मोदी और उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने दशहरा के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने विजयादशमी या दशहरा के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दी।
मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘विजयादशमी के पावन अवसर पर आप सभी को अनंत शुभकामनाएं।’’
विजयादशमी के पावन अवसर पर आप सभी को अनंत शुभकामनाएं।Greetings to everyone on the special occasion of Vijaya Dashami.— Narendra Modi (@narendramodi) October 15, 2021
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को विजयादशमी की शुभकामनाएं देते हुए उम्मीद जताई कि यह त्योहार देश में शांति, सद्भाव और समृद्धि लेकर आएगा।
उपराष्ट्रपति सचिवालय ने नायडू के हवाले से ट्वीट किया, ‘‘विजयादशमी के पावन पर्व पर मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। दशहरा का पर्व हमें याद दिलाता है कि हमें अपने भीतर की आसुरी शक्तियों से लगातार लड़ने और अच्छाई एवं सद्भाव को बल देने की आवश्यकता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ईश्वर करें, यह उत्सव हमारे देश के लिए शांति, सद्भाव और समृद्धि लेकर आए।’’
देशवासियों को #विजयदशमी के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। हमारे संस्कारों के प्रेरणापुरुष, भगवान श्री राम की विजय, उनके सात्विक पुरुषार्थ, जीवन के मर्यादित आदर्शों की विजय थी, नारी-सम्मान के लिए पुरुषोत्तम श्री राम के नेतृत्व में पूरे समाज के एकनिष्ठ संकल्प की विजय थी।#Dussehra pic.twitter.com/NErBUxlVXy
— Vice President of India (@VPSecretariat) October 15, 2021
सुरक्षा अधिकारियों की कड़ी निगरानी के बीच यह पर्व कोविड-19 नियमों के अनुपालन के साथ मनाया गया। वहीं, कई स्थानों पर रावण का पुतला बगैर पटाखों के दहन किया गया और सोशल मीडिया मंचों पर इसका सीधा प्रसारण किया गया।
हालांकि, उत्तर प्रदेश में मथुरा के एक मंदिर में रावण की पूजा की गई।
लंकेश मित्र मंडल द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन यमुना नदी के तट पर स्थित मंदिर में किया गया।
मंडल के राष्ट्रीय प्रमुख ओमवीर सारस्वत ने कहा कि फसल अवशेष (पराली) जलाने के खिलाफ चलाये गये अभियान की तरह ही सरकार को रावण का पुतला दहन करने के खिलाफ भी एक अभियान शुरू करना चाहिए क्योंकि यह भी पर्यावरण प्रदूषण करता है।
दिल्ली में दशहरा का उत्सव दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के दिशानिर्देशों के मुताबिक कोविड-19 नियमों का अनुपालन करते हुए रावण का पुतला दहन कर मनाया गया और प्रतिमाओं का विसर्जन जलाशयों में दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दिशानिर्देशों के अनुसार किया गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लाल किले के ऐतिहासिक लव कुश रामलीला में दशहरा उत्सव में शामिल हुए।
डीडीएमए ने उत्सव के दौरान मेले और खाने-पीने की दुकानें लगाने की अनुमति नहीं दी थी। दिल्ली में त्योहारी कार्यक्रम खड़े होकर देखने की भी अनुमति नहीं थी। सामाजिक दूरी के नियमों का अनुपालन करते हुए सिर्फ कुर्सियों पर बैठकर ही इसमें शामिल होने की अनुमति थी।
बालाजी रामलीला कमेटी के राज कुमार भाटी के मुताबिक सख्त दिशानिर्देशों के बावजूद पूर्वी दिल्ली में कड़कड़डूमा के सीबीडी मैदान में अनियंत्रित भीड़ मौजूद रही।
पंजाब और हरियाणा तथा उनकी संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में रावण के विशाल पुतले का दहन किया गया।
ओडिशा के गंजाम जिले के ब्रहमपुर शहर में राज्य के कुछ तेलुगू समुदाय के लोगों ने लुप्त होती ‘बोम्माला कोलुवु’ परम्परा का पालन किया, जबकि राज्य के अधिकतर हिस्सों में कोविड-19 संबंधी पाबंदियों के कारण जश्न को सीमित ही रखा गया।
‘बोम्माला कोलुवु’, भारत में शरद ऋतु में मनाया जाने वाला गुड़ियों तथा मूर्तियों का उत्सव है। इसे नवरात्रि के पहले दिन से दशहरे तक मनाया जाता है।
हाथियों के भव्य ‘जंबू सवारी’ जुलूस के साथ कर्नाटक के मैसुरू में दस दिवसीय दशहरा उत्सव का समापन हो गया।
हालांकि, मैसुरू राजमहल अगले नौ दिनों तक जगमगाता नजर आयेगा। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने पर्यटकों की खातिर ऐसी व्यवस्था करने का आदेश दिया।
कोविड-19 के साये में कई पाबंदियां लगी थीं, जिस कारण आम लोग नहीं जुट पाये क्योंकि प्रशासन ने आगंतुकों पर रोक लगा दी थी और सीमित पास जारी किये थे।
संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार को दशहरे के अवसर पर राजस्थान के जयपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अनेक-सिर वाला रावण जैसा पुतला जलाया, जिसके अन्य चेहरों में गृह मंत्री अमित शाह और अन्य के फोटो भी लगे थे।
पुतले के अनेक चेहरों पर नरेंद्र मोदी और अमित शाह के अलावा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के मुख्यमंत्री मोहन लाल खट्टर और व्यवसायी मुकेश अंबानी और गौतम अडानी के फोटो लगाए गए थे।
भाजपा महिला मोर्चा ने राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद डोटसरा के खिलाफ मार्च किया और दशहरा पर उनका पुतला फूंका।