देश के गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अगली बार देश में ई-जनगणना कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि यह एकदम सटीक होगी और अगले 25 साल के लिए देश की विकास योजनाओं को आधार मुहैया कराएगी।
अगली जनगणना ई-मोड के जरिये कराई जाएगी
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि देश में जनगणना प्रक्रिया के डिजिटल होने से अगली जनगणना कवायद के दौरान 100 फीसदी सटीक गणना की उम्मीद की जा सकती है। उन्होंने कहा, ‘अगली जनगणना ई-मोड के जरिये कराई जाएगी, जिससे 100 फीसदी सटीक गणना होगी और इसके आधार पर अगले 25 साल के लिए देश के विकास की योजनाएं बनाई जाएंगी।’
कोरोना महामारी के चलते हुई देरी
उन्होंने कहा कि जनगणना कई मायनों में अहम है, असम जैसे राज्य के लिए यह और भी जरूरी है, जो कि आबादी के लिहाज से संवेदनशील है। कोविड-19 महामारी के चलते जनगणना प्रक्रिया में देरी हुई है। देश मे पहली बार होने वाले ई-सेंसस की पहली बिल्डिंग का गुवाहाटी में गृहमंत्री अमित शाह ने उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि, दिल्ली में राष्ट्रीय जनसंख्या भवन का निर्माण इसी साल अगस्त तक पूरा हो जाएगा।
भविष्य की सरकारों को मिलेगा फायदा
हाई टेक, त्रुटिरहित, मल्टीपरपस सेंसस ऐप से जन्म, मृत्यु, फैमिली आर्थिक स्टेटस, जैसे तमाम व्यक्तिगत जानकारी को अपडेट किया जा सकेगा। इससे आम आदमी को सरकारी दफ्तर के चक्कर नहीं काटने होंगे। इससे मिली कई तरह की जानकारी का फायदा भविष्य की सरकारों को मिलेगा, जिससे वो अपना नीतियां और आदि कई जनता के काम कर पाएंगी।
अमित शाह ने आगे कहा कि, जनगणना को हमने बहुत ही हल्के में लिया है। आने वाले समय में जो भी जनगणना होगी वो ई-जनगणना होगी। जो अगले 25 सालों के लिए होगी। शाह ने कहा कि, सबसे पहले मैं खुद इसकी शुरुआत करूंगा। अपने परिवार की पूरी डिटेल सॉफ्टवेयर में डालूंगा. हमने इसमें जन्म-मृत्यु पंजीकरण की भी व्यवस्था की है।