हिमाचल प्रदेश, असम और गुजरात में गुरुवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। हिमाचल प्रदेश के उना में सुबह 4:47 बजे 2.3 की तीव्रता से धरती हिली है। गुजरात में भूकंप का केंद्र राजकोट में जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई में था। भूकंप के झटके सुबह सात बजकर 40 मिनट पर महसूस किए गए।
राजकोट में सुबह 7:40 बजे 4.5 की तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस हुआ। राजकोट के अलावा अमरेली, जामनगर, सुरेंद्रनगर, जूनागढ़, देवभूमि द्वारका आदि जिलों में भी महसूस किया गया। इसके चलते कई स्थानों पर लोग घरों से बाहर निकल गए। जानमाल के किसी नुक़सान की पुष्ट सूचना नहीं है।
अपुष्ट सूचना के अनुसार राजकोट के कोलिथड गाम में जी बी कोटक स्कूल की छत को नुक़सान पहुंचा है। कुछ स्थानों पर पुराने घरों में भी दरार पड़ी है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने सम्बंधित जिलों के कलेक्टर से बात की। वहीं असम में भूकंप का केंद्र करीमगंज जिले में जमीन से 18 किलोमीटर की गहराई में था।
वहां भूकंप के झटके सुबह सात बजकर 57 मिनट पर महसूस किए गए। भूकंप से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की अभी कोई खबर नहीं है। भूकंप के चलते लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। बता दें कि इससे पहले 5 जुलाई को गुजरात और मिजोरम में मध्यम तीव्रता के भूकंप के झटके दो बार महसूस किए गए थे।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने यह जानकारी दी थी। गांधीनगर के भारतीय भूगर्भ विज्ञान अनुसंधान केंद्र (आईएसआर) के अधिकारी ने कहा कि गुजरात के कच्छ जिले में रविवार शाम 5:11 मिनट पर 4.2 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसका केंद्र भचाऊ से करीब 14 किलोमीटर दूर था।