पॉपुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) को विदेशों से हो रही फंडिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने उत्तर प्रदेश के लखनऊ, बाराबंकी, आगरा व शामली के अलावा देश के अन्य राज्य में पीएफआई के 26 ठिकानों पर एक साथ छापा मारा है। पीएफआई के देश विरोधी गतिविधियों में मिले होने के मामले पर यह कार्रवाई की जा रही है।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केरल में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) अध्यक्ष ओ एम अब्दुल सलाम और उनके राष्ट्रीय सचिव नसरुद्दीन एलामारन के परिसरों पर गुरुवार को छापे मारे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य के मलप्पुरम और तिरुवनंतपुरम जिलों में छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है। सूत्रों ने बताया कि यह कार्रवाई धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत की जा रही है।
अटकले लगाई जा रही हैं कि केरल स्थित पीएफआई से जुड़े कुछ अन्य परिसरों पर भी छापे मारे जा रहे हैं, लेकिन अभी इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई है। केंद्रीय जांच एजेंसी देश में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शनों को भड़काने के आरोपों के संबंध में पीएफआई के खिलाफ जांच कर रही है। इससे पहले, उन्होंने केरल राज्य में विद्युत बोर्ड के वरिष्ठ सहायक सलाम का बयान भी दर्ज किया था।
इसके साथ ही देश में तमिलनाडु, कर्नाटक, बिहार, दिल्ली, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में खोज की जा रही है। इन सभी जगह पर धन शोधन निवारण अधिनियम प्रवर्तन निदेशालय) के प्रावधानों के तहत छापे मारे जा रहे हैं। पीएफआइ का गठन 2006 में केरल में हुआ था और इसका मुख्यालय राष्ट्रीय राजधानी में है। ऐसा आरोप है कि इन फंडों का इस्तेमाल पीएफआई के सहयोगी संगठनों ने उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों और अन्य स्थानों पर विरोधी सीएए विरोध प्रदर्शनों को बढ़ावा देने के लिए किया था। ईडी ने इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट भी भेजी थी।