छत्तीसगढ़ कलेक्टरों की क्लास लेने के बाद मुख्यमंत्री मंगलवार को राज्य मंत्रालय में पुलिस अधीक्षकों की क्लास लेंगे। इस दौरान एसपी को जिलों में कामकाज और कानून व्यवस्था को लेकर लक्ष्य दिए जाने के संकेत हैं। कलेक्टरों और एसपी की संयुक्त क्लास में कानून व्यवस्था के साथ तालमेल पर जोर होगा।
वहीं अपराध नियंत्रण को लेकर कवायदें होगी। मुख्यमंत्री की मौजूदगी में जिलों की समीक्षा को आगामी चुनाव के नजरिए से अहम माना जा रहा है। इस दौरान कानून व्यवस्था के साथ अपराध नियंत्रण, यातायात व्यवस्था, सामुदायिक पुलिसिंग के अलावा अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई समेत अन्य बिन्दुओं पर समीक्षा होगी। जिलों में कानून व्यवस्था को लेकर लगातार शिकायतें आती रही है।
इस मामले में भी कुछ जिलों में परफार्मेंस को संतोषजनक नहीं माना गया है। यही वजह है कि सीएम ने संयुक्त समीक्षा कर निर्देश देने का मन बनाया है। आगामी चुनावों के मद्देनजर कानून व्यवस्था को लेकर सरकार गंभीर कदम उठा सकती है। वहीं जरूरत पड़ी तो पुलिस अधीक्षकों के प्रभार भी बदले जा सकते हैं।
इस मामले में सीएम अब किसी तरह की कोताही बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है। बीते संयुक्त बैठकों में सीएम ने कलेक्टरों और एसपी को तालमेल के साथ जिलों में काम करने के निर्देश दिए थे। यही वजह है कि इस मामले में नए सिरे से कवायदें हो सकती है।
कई जिलों में तालमेल के अभाव में प्रशासनिक व्यवस्था पर कई तरह के सवाल खड़े होते रहे हैं। इस दौरान पिछली बैठक में दिए गए टास्क के क्रियान्वयन को लेकर चर्चा हो सकती है। वहीं मुख्यमंत्री पूछेंगे कि पिछले निर्देशों और बिन्दुओं का किस स्तर तक क्रियान्वयन हो पाया। इसके बाद ही भावी निर्णय को लेकर विचार करेंगे। बहरहाल, कलेक्टरों के बाद एसपी के साथ होने वाली संयुक्त बैठकों को अहम माना जा रहा है।