उज्जैन : मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस समन्वय समिति के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने कहा कि वे मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल नहीं हैं और यदि पार्टी भी इसके लिए कहेगी, तो भी नहीं मानेंगे। सिंह यहां जिले के विधानसभा क्षेत्रों से आये कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करने के बाद पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि यह उनकी मर्जी है। सोशल मीडिया के कांग्रेस के खिलाफ प्रचार के संबंध में पूछे गये प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का पुराना हथियार है और वे इसका दुरुपयोग करना जानते हैं सिंह ने किसानों के कर्ज दस दिन माफ किये जाने के कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान सही ठहराते हुए कहा कि इसके लिये फिजूल खर्चों पर रोक लगना चाहिये।
विधानसभा 2018 के चुनावों में कांग्रेस जो वादा करेगी, उसे पूरा करेगी और किसानों का दस दिन में कर्ज माफ बिना सोचे समझे आसानी से किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने कर के पैसे का दुरुपयोग कर नर्मदा किनारे साढ़े छह करोड़ पौधे लगाये जबकि छह माह से अधिक की नर्मदा यात्रा में उन्हें मात्र सात-आठ हजार पौधे ही दिखे।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है और भाजपा की सरकार से जनता में घोर निराशा है। चुनाव में टिकट संबंध में उन्होंने कहा कि यदि पार्टी का कोई नेता अधिकृत कांग्रेस प्रत्याशी के विरुद्ध खड़ा होगा, तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। इसके लिये जिला स्तर पर भी समन्वय समिति बनाई जा रही है।
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