श्योपुर : एक फर्जी दस्तावेज लेखक ताजू खां को गिर तार कर जेल भेजा गया है। यह लोगों को भड़काकर आवेदन कलेक्टर के पास पहुंचाने का काम करता था। ताजू जब यही काम कर रहा था तो कलेक्टर ने उसे पुलिस के सुपुर्द करा दिया और धारा 151 में जेल भेजने की कार्रवाई करा दी।
कलेक्टोरेट के पीछे ही बगवाज पंचायत है। ताजू खां ( 56)पुत्र भाघू खां निवासी बलाड़ा पाली राजस्थान वहां घर-घर जाकर किसी का प्रधानमंत्री आवास तो किसी का शौचालय के लिए राशि मंजूर कराने के नाम पर दस्तावेज तैयार करता और उससे 100-100 रुपए वसूल लेता। बगवाज और उसके आसपास इसने पिछले एक माह में करीब 200 आवेदन तैयार कराए और सभी को एक साथ कलेक्टोरेट में पहुंचा दिया।
एक ही मांग के एक ही अनुरूप इतने सारे आवेदन देखकर कलेक्टर भौचक्का रह गए और उन्होंने ग्रामीणों से पूछ लिया। ग्रामीणों ने जब बताया कि यह आवेदन ताजू ने तैयार कराए हैं और वही लेकर आया तो कलेक्टर ने तुरंत उसे तलब कर लिया और पुलिस के सुपुर्द कर दिया। पुलिस का कहना है कि ताजू से उन्होंने पूछताछ की।
ताजू को कोतवाली पुलिस ने एसडीएम कोर्ट में पेश कराया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। उधर ताजू ने पुलिस को बताया कि उसने जिलेभर में एक दो नहीं बल्कि 1200 आवेदन तैयार कराएं हैं। मेहनताने के रूप में 100-100 रुपए भी लिए हैं। वह खुद को दस्तावेज लेखक बताता है लेकिन इसके लिए उसका पंजीयन नहीं है। इसलिए प्रथम दृष्टया उसे जालसाज माना जा रहा है। कोतवाली- श्योपुर नगर निरीक्षक सुनिल खेमरिया ने बताया कि कलेक्टर साहब के निर्देश पर एक फर्जी दस्तावेज लेखक पकड़ा है, जिसे मामला कायम करने के बाद जेल भेजा गया है।
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